Noida News : नोएडा में पिछले दिनों फूड सेफ्टी और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन दो मेडिकल स्टोर से 2 दवाओं के नमूने लेने के बाद उन्हें जांच के लिए लैब भेजा था। बुधवार को इन दो दवाओं की जांच रिपोर्ट सामने आई है। जांच में मोक्सफेथ और मोक्सवेरी के नमूने घटिया पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों दवा जनता के लिए बेहद हानिकारक है।
घटिया दवाइयां बनाना और बेचना अपराध
ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि समय-समय पर दवाओं के नमूने जांच के लिए एकत्र कर जांच के लिए लैब में भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनके द्वारा मोक्सफेथ और मोक्सवेरी एंटीबायोटिक टैबलेट को जांच के लिए लैब में भेजा गया था। उन्होंने बताया कि घटिया दवाइयां बनाना व बेचना औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की धारा 18 का उल्लंघन है, जो धारा 27 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
हिमाचल प्रदेश की हैं दोनों कपनियां
उन्होंने बताया कि मामले की जांच के बाद मोक्सफेथ टैबलेट की निर्माता कंपनी प्रोटेक्ट टेली लिंक हिमाचल प्रदेश और मोक्सवेरी टैबलेट की निर्माता कंपनी नियोवेरिटास हेल्थ केयर हिमाचल प्रदेश और उनके जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ गौतम बुद्ध नगर कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है।