Tricity Today | हत्या के बाद मौके पर जमा लोगों की भीड़
Noida News : नोएडा में थाना सेक्टर-113 क्षेत्र के सेक्टर-117 स्थित सोरखा गांव में गुरुवार दोपहर मीट की दुकान पर आए ग्राहक ने विवाद के बाद शहजाद की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी कुछ देर घटनास्थल पर ही चाकू लेकर घूमता रहा। इसके बाद आरोपी वापस दुकान पर गया और मीट लेकर चला गया। बताया जा रहा है कि जिसने भी यह घटना देखी, उसकी रूह कांप गई। वहीं आरोपी के जाने के बाद शहजाद लोगों से अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाता रहा। लेकिन लोग मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। देखते ही देखते शहजाद ने दम तोड़ दिया और
बंगाली युवक ने की हत्या
मूल रूप से मेरठ समर गार्डन 80 फुटा रोड स्थित आयशा मस्जिद के पास रहने वाला शहजाद पिछले कुछ सालों से पत्नी व तीन बच्चों के साथ सोरखा गांव में किराए के मकान में रह रहा था और कार चलाता था। बृहस्पतिवार दोपहर दो बजे वह गांव में ही बीकानेर स्वीट्स के सामने मीट की दुकान पर गया था। पुलिस के मुताबिक वहां बंगाली ग्राहक का शहजाद से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। आरोपी बंगाली ने दुकानदार से चाकू लेकर शहजाद के पेट में घोंप दिया।
चौराहे पर फिर किया हमला
शहजाद पेट पकड़कर मौके से भाग गया और 40 मीटर आगे जाकर चौराहे पर पुलिया पर बैठकर लोगों से मदद की गुहार लगाने लगा। शहजाद को चाकू मारने वाले आरोपी उसका पीछा करते हुए चौराहे पर आ गया और उस पर चाकू से वार कर दिया। आरोपी वापस दुकान पर आया, मीट उठाया और अपने घर की ओर चला गया।
वीडियो बनाते रहे लोग, नहीं की मदद
चौराहे की पुलिया पर लहूलुहान अवस्था में पड़ा शहजाद लोगों से अस्पताल ले जाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे। लोगों की आंखों के सामने शहजाद ने दम तोड़ दिया। इस बीच शहजाद की पत्नी और तीन बच्चे मौके पर पहुंच गए। वो भी लोगों से मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मदद से बच सकती थी जान
बताया जा रहा है कि घटना के समय मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा थी। शहजाद सभी अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगा रहा था। इस बीच उसके परिजन भी पहुंच गए। वो भी लोगों से मदद करने के लिए कहने लगे। लेकिन इस बीच ही शहजाद ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि अगर समय रहते शहजाद को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। इस संबंध में एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।