नेहा ने कहा- मैंने अपनी कमजोरी को दरकिनार कामयाबी हासिल की
यूपीएससी परीक्षा में 476वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया
उनकी इस उपलब्धि से परिवार और जिले के लोग ख़ुश हैं
नेहा गोयल के पिता की जेवर में कपड़े की दुकान है
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर कस्बे में रहने वाली नेहा गोयल ने संघ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा पास की है। नेहा ने अपनी कमजोरी को खुद पर हावी नहीं होने दिया। दिव्यांग नेहा ने यूपीएससी की परीक्षा पास करके जिले का नाम रोशन किया है। नेहा ने यूपीएससी की परीक्षा में आल इंडिया में 476वीं रैंक हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि से परिवार और जिले के लोग ख़ुश हैं। उनके घर बधाई देने लोग पहुंच रहे हैं।
पिता की कस्बे में कपड़े की छोटी दुकान
नेहा गोयल के पिता प्रकाश चंद्र गोयल की जेवर में कपड़े की दुकान है। प्रकाश चंद्र गोयल ने बताया कि नेहा ने खुर्जा के लॉयल पब्लिक स्कूल से दसवीं और बाहरवीं की पढ़ाई की है। दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। हैदराबाद से पीएचडी की है। वह शुरू से पढ़ने में मेधावी है। हर काम बेहद तल्लीनता के साथ करती है।
"अब देश के लिए कुछ करूंगी"
नेहा ने कहा, "मैं दिव्यांग हूं, लेकिन खुद को कभी किसी से कम नहीं समझा। हमेशा संघर्ष करना बेहद जरूरी है, जिसके दम पर ही कामयाबी मिलती है।" वह आगे कहती हैं, "मैंने यूपीएससी की प्रवेश परीक्षा के लिए खुद से पढ़ाई करके इस उपलब्धि को हासिल किया है। घर में परिजनों के सपोर्ट के साथ लोगों की मदद से इस मुकाम तक पहुंच पाई हूं। अब देश के लिए कुछ करके दिखाने के लिए प्रयास करूंगी।"
किसान का बेटा आलोक भाटी बना आईपीएस
सोमवार को संघ लोक सेवा आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा के परिणाम घोषित किए हैं। एक से बढ़कर एक युवाओं की चौंकाने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक कहानी ग्रेटर नोएडा के चिटहैरा गांव में रहने वाले युवक आलोक भाटी की है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले आलोक भाटी अपने पिता के साथ मिलकर परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दूध बेचते हैं। पहले गांव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई की। उसके बाद दादरी के इंटर कॉलेज में पढ़े। पूरी पढ़ाई हिंदी मीडियम में की है। सोमवार को परीक्षा परिणामों में उन्हें सफल घोषित किया गया है। आलोक भाटी को ऑल इंडिया रैंक 413 मिली है। वह बतौर आईपीएस अफसर देश की सेवा करेंगे।