छठ प्रेमियों के लिए चिंता : त्यौहार से पहले यमुना में बढ़ा प्रदूषण, पूरी नदी झाग से सफेद, कहां गायब जिम्मेदार?

Google Photo | यमुना नदी में सफेद जहरीला झाग तैर रहा



Delhi/Noida News : छठ पूजा को 7 दिन भी नहीं बचे हैं और यमुना नदी का हाल बेहाल हो गया है। प्रदूषण की वजह से यमुना नदी में सफेद झाग हो गए हैं। वैसे तो हर साल सरकार के द्वारा इसकी सफाई की जाती है, लेकिन इस बार जिम्मेदार अधिकारी कहां है इसको लेकर छठ प्रेमियों के मन में सवाल के साथ चिंता भी है। लाखों लोग यमुना नदी में काफी समय तक खड़े होते हैं। ऐसे में अगर यमुना नदी की सफाई नहीं हुई तो घातक साबित हो सकता है। पानी में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। छठ प्रेमियों को कहना है कि सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। अन्यथा, इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।

यमुना नदी में सफेद जहरीला झाग तैर रहा
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का शुभारंभ होने वाला है, लेकिन इस उत्सव के बीच दिल्ली वासियों के लिए एक गंभीर चिंता भी उभर रही है। कई दिनों से यमुना के पानी में सफेद जहरीला झाग तैरता दिख रहा है। जिसने न केवल नदी का स्वरूप बिगाड़ दिया है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी खतरा उत्पन्न कर दिया है। इस जहरीले झाग की मोटी परत से लोग परेशान हैं, क्योंकि इसके कारण प्रदूषण से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

प्रदूषण का मुख्य कारण
विशेषज्ञों के अनुसार यमुना में सफेद झाग का प्रमुख कारण दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों से बहकर आने वाला प्रदूषित पानी है, जो बिना किसी शोधन के सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है। कागज, चीनी और रसायन उद्योगों से निकलने वाले रसायनों का नदी में जमा होना इस प्रदूषण का मुख्य कारण है।

अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि यह जहरीला झाग सांस लेने में परेशानी, त्वचा में जलन और अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। इस साल दिल्ली में बाढ़ नहीं आने से नदी का प्रदूषण और भी अधिक हो गया है, क्योंकि पानी का प्रवाह रुका हुआ है और गंदगी जमा हो रही है। दिवाली के बाद इस प्रदूषण के और बढ़ने की आशंका है। पटाखों से उत्पन्न कचरा, राख और रसायन भी यमुना में बहकर मिल सकते हैं।

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