काम की खबर : दक्षिणी दिल्ली के तीन फ्लाईओवरों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण होगा, नोएडा वाले जानें कब होगा डायवर्जन

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New Delhi News : दक्षिणी दिल्ली में आईआईटी, राव तुला राम और मोदी मिल फ्लाईओवर का लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) संरचनात्मक ऑडिट कराएगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार इस ऑडिट में थ्रीडी स्कैनिंग का भी सहारा लिया जाएगा। जिससे फ्लाईओवर की मजबूती और निर्माण सामग्री का गहन आकलन किया जाएगा। ऑडिट रिपोर्ट के बाद फ्लाईओवरों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण की योजना तैयार की जाएगी। इस सौंदर्यीकरण योजना में फव्वारे और फूल-पौधे लगाने का भी प्रस्ताव है, जिससे इनकी सुंदरता बढ़ सके।

फ्लाईओवरों की सुरक्षा की जाएगी सुनिश्चित  
फ्लाईओवरों की मजबूती जांचने के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षण किए जाएंगे। थ्रीडी स्कैनिंग से स्टील की छड़ों की दूरी और रि-इनफोर्समेंट की आवश्यकता का पता लगाया जाएगा। इसके बाद किसी भी खामी को ठीक करने की योजना बनाई जाएगी। मरम्मत और सौंदर्यीकरण के दौरान ट्रैफिक में बदलाव किया जाएगा। मोदी मिल फ्लाईओवर की मरम्मत और सौंदर्यीकरण की विस्तृत योजना बनाई गई है, जो कालकाजी को सुखदेव विहार से जोड़ती है।

सरिता विहार फ्लाईओवर की मरम्मत
सरिता विहार फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए ट्रैफिक पुलिस से एनओसी मिल गई है। पीडब्ल्यूडी जल्द ही मरम्मत कार्य शुरू करेगा। यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में 30 दिन तक आश्रम से बदरपुर जाने की दिशा में मरम्मत होगी। जिसके कारण इस दिशा की आधी लेन बंद रहेगी। एक नवंबर से बदरपुर से आश्रम जाने की दिशा में भी मरम्मत कार्य शुरू होगा।

ट्रैफिक के लिए वैकल्पिक मार्ग
मरम्मत कार्य के दौरान ट्रैफिक में परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं। आश्रम चौक से बदरपुर जाने वाले वाहन सरिता विहार स्लिप रोड से रोड संख्या 13ए का उपयोग कर सकते हैं। आश्रम से नोएडा जाने वाले वाहन रिंग रोड से डीएनडी फ्लाईओवर का विकल्प चुन सकते हैं। वहीं एम्स से बदरपुर या फरीदाबाद जाने वाले वाहन लाला लाजपत राय मार्ग, मां आनंदमयी मार्ग और एमबी रोड का इस्तेमाल कर सकते हैं।

लगाए जाएंगे फव्वारें, हरे-भरे पेड़ पौधे
पीडब्ल्यूडी की योजना केवल मरम्मत तक सीमित नहीं है, बल्कि फ्लाईओवर के नीचे के स्थान को भी स्वच्छ और हरा-भरा बनाने पर जोर दिया गया है। इसमें टूटी दीवारों की मरम्मत और फव्वारे के लिए उचित जल निकासी व्यवस्था शामिल है। यह पहल ना केवल फ्लाईओवर की मजबूती बढ़ाएगी, बल्कि आसपास के वातावरण को भी बेहतर बनाएगी। फ्लाईओवर के मरम्मत कार्य के दौरान ट्रैफिक के आवागमन में बाधा उत्पन्न होगी, लेकिन वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से नागरिकों को राहत दी जाएगी।

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