फरीदाबाद पुलिस की नई पहल : आपराधिक गतिविधियों को खत्म करने के लिए उठाया अहम कदम, घर पहुंच कर सुलझाएंगे समस्या

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Faridabad News : पुलिस महानिदेशक पंचकूला के आदेश और पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के मार्गदर्शन में अब फरीदाबाद में बीट सिस्टम की तर्ज पर ग्राम और वार्ड प्रहरी व्यवस्था की शुरुआत हो चुकी है। पुलिस की यह बहुत ही सराहनीय पहल है, जिसके माध्यम से पुलिस समाज के हर वर्ग-हर व्यक्ति तक पुलिस संबंधित सुविधाओं को पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही पुलिस एरिया में होने वाली हर छोटी से छोटी हलचल पर निगरानी रख सकेगी। जिसके माध्यम से समाज में अपराधों पर अंकुश लगाने में सहायता प्राप्त होगी।

127 गांव में किए प्रहरी नियुक्त 
मिली जानकारी के मुताबिक आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में पुलिस आयुक्त कार्यालय में सभी डीसीपी, एसीपी, थाना और चौकी प्रभारी साथ ही वार्ड प्रहरी के साथ शनिवार बैठक आयोजित की गई। पुलिस महानिदेशक पंचकूला द्वारा पूरे हरियाणा में वार्ड एरिया में प्रहरी नियुक्त करने के आदेश दिए गए थे। जिसके तहत फरीदाबाद के 127 गांव में 254 ग्राम प्रहरी और 45 वार्डों में 90 वार्ड प्रहरी नियुक्त किए गए हैं। प्रत्येक वार्ड में दो-दो प्रहरी नियुक्त किए गए हैं जिसमें एक प्रहरी और एक सहायक प्रहरी के तौर पर नियुक्त किया गया है। पुलिस आयुक्त ने इस बारे में सभी थाना प्रभारियों और वार्ड प्रहरियों को अहम निशा दिशा निर्देश दिए है। 

प्रहरियों को दिए गए विशेष कार्य 
इन प्रहरियों को कुछ विशेष कार्य दिए गए हैं जिसमें प्रहरी के तौर पर नियुक्त पुलिसकर्मी अपने एरिया में शराब, स्मैक, गांजा, चरस, अफीम, हेरोइन इत्यादि की नशा तस्करी करने वाले तस्करों, बदमाश, गुटबाजी बनाकर कानून व्यवस्था को खराब करने वाले अपराधिक तत्वों, धर्म जाति या संगठन के नाम पर लोगों को भड़काकर शांति भंग करने वाले व्यक्तियों, किसी गैंगवार या अपराधिक संगठन से संबंध रखने वाले गैंगस्टर, आतंकी गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों, थाने के हिस्ट्रीशीटर या जो व्यक्ति बार-बार जेल जाते हैं और जमानत पर बाहर आने के पश्चात फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं इस प्रकार के व्यक्तियों पर निगरानी रखी जाएगी 

पुलिस आयुक्त ने दिए विशेष दिशा-निर्देश दिए 
इसके साथ ही प्रत्येक गांव व वार्ड की जनसंख्या, मकानों की संख्या, क्षेत्रफल, सीसीटीवी कैमरों की जानकारी, शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक संस्थान, हॉस्टल, धार्मिक पर्व, मेले इत्यादि का रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके साथ ही एरिया में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों की सूची तैयार की जाएगी ताकि बुजुर्गों को समय पर सहायता पहुंचाई जा सके और उन्हें किसी प्रकार के परेशानी का सामना ना करना पड़े और उनकी देखभाल भी अच्छे से की जा सके। इसके लिए पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस नई व्यवस्था का उद्देश्य हर वर्ग के व्यक्ति तक पुलिस की पहुंच को बढ़ाना है और अपराधी किस्म के व्यक्तियों पर निगरानी रखकर समाज में अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना है। 

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