Ghaziabad Police Solved The Murder Case The Accused Of Kawal Case Had Killed Rashid Gulfam And Shahnaz Arrested Know What Is The Relation Between The Two
गाजियाबाद पुलिस ने खोला हत्याकांड : कवाल कांड के आरोपी ने उतारा था राशिद को मौत के घाट, मर्डर में गुलफाम और शहनाज गिरफ्तार, जानें दोनों का संबंध
Tricity Today | पुलिस हिरासत में हत्यारोपी गुलफाम और शहनाज, खुलासे की जानकारी देते डीसीपी सुरेंद्रनाथ तिवारी
Ghaziabnad News : ट्रोनिका सिटी थानाक्षेत्र के बदरपुर गांव में चार दिन से गायब बेटे को ढूंढने निकले राशिद की हत्या से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। मामले में पुलिस ने मुजफ्फरनगर के रहने वाले कवाल कांड में मर्डर के आरोप में 11 साल की जेल काटकर आए गुलफाम और शहनाज को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों से पुलिस ने राशिद का मोबाइल, खून में सने कपड़े और हत्या में प्रयुक्त राशिद का डंडा भी बरामद किया है। मामले में पुलिस को अभी महताब, जावेद और सुहेल की तलाश है। पुलिस के मुताबिक हत्याकांड को इसलिए अंजाम दिया गया था कि राशिद का बेटा लापता था और वह इस मामले में पड़ोसी को जेल भिजवाने की बात कह रहा था।
महताब की पत्नी है शहनाज
शहनाज राशिद के पड़ोस में रहने वाले महताब की पत्नी है। महताब ने अपना मोबाइल चोरी करने के आरोप में राशिद के बेटे 10 वर्षीय सूफियान से बुरी तरह मारपीट कर बोरे में बंद कर दिया था। राशिद ने खुद मौके पर पहुंचकर सूफियान को उनके कब्जे से छुड़ाया था, लेकिन उसके बाद सूफियान संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था, यह घटना 13 सितंबर की है। चार दिन गुजर गए, राशिद और उसकी पत्नी मोमीना ने सूफियान को खूब ढूंढा लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस पर राशिद ने महताब पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा बेटा नहीं मिला तो तुम्हे जेल भिजवा दूंगा। महताब ने कार्रवाई के डर से राशिद की हत्या की योजना बनाई।
राशिद ने कहा था बेटा नहीं मिला तो जेल भिजवा दूंगा
डीसीपी रूरल सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि महताब भी आपराधिक प्रवृति का है और एक मामले में तीन साल तक मुजफ्फरनगर जेल में बंद रहने के दौरान उसकी मुलाकात कवाल कांड में मर्डर के आरोपी गुलफाम से हुई थी। उसने गुलफाम को मुंह बोला बेटा बना लिया था। 11 साल के बाद पिछले महीने ही गुलफाम को जेल से जमानत मिली थी। जमानत दिलाने में भी महताब और उसकी पत्नी शहनाज ने सहयोग किया था। महताब ने गुलफाम को फोन करके बताया कि मोबाइल चोरी का शक होने पर उन्होंने राशिद के बेटे सूफियान से मारपीट की थी, अब सूफियान लापता हो गया है, राशिद बेटे के न मिलने पर जेल भिजवाने की धमकी दे रहा है।
गुलफाम, जावेद और सुहेल उतारा मौत के घाट
महताब के यह बात बताने के बाद गुलफाम 16 सितंबर की शाम को महताब के घर पहुंचा। महताब ने पूरा मामला तफसील से बताया। उसके बाद गुलफाम ने कहा चिंता मत करो राशिद को ईलाज कर देते हैं। रात में हाथ में डंडा लिए जब राशिद बेटे को ढूंढते हुए महताब के घर के पीछे से गुजर रहा था तो उसी समय गुलफाम, जावेद और सुहेल ने उसे दबोच लिया और उसका डंडा छीनकर सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद उन्होंने धारदार हथियार से राशि के मुंह पर कई वार किए और शव को गुलफाम कंधे पर रखकर हारुन के धान के खेत में फेंक आया।
मुजफ्फरनगर भागते समय धरे गए गुलफाम और शहनाज
वारदात को अंजाम देने के दौरान गुलफाम वापस महताब के घर पहुंचा, जहां शहनाज ने उसे खून में सने कपड़े बदलने को कहते हुए दूसरे कपड़े दे दिए। खून में सना गुलफाम का लोअर और टी शर्ट शहनाज ने छिपा दिए। डीसीपी रूरल सुरेंद्रनाथ ने बताया कि शहनाज की निशानदेही पर गुलमान के खून से सने कपड़े बरामद कर लिए गए हैं। हत्याभियुक्तों के कब्जे से राशिद का मोबाइल फोन और डंडा भी बरामद किया गया है। पुलिस ने ट्रोनिका सिटी थानाक्षेत्र के अखाड़ा मंदिर चौराहा के पास से गुलफाम और शहनाज को फरारी काटने के लिए मुजफ्फरनगर जाते समय गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने बताया कि पुलिस जावेद, सुहेल और महताब को तलाश कर रही है।
17 सितंबर को ही मिल गया था सूफियान
डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि राशिद की हत्या के बाद 17 सितंबर की सुबह को उसका शव बरामद हुआ और उसी दिन शाम को सूफियान भी गांव में टहलता मिल गया। सूफियान मोबाइल चोरी के आरोप से डरा हुआ था, इसलिए वह चार दिन तक गांव में ही छिपा रहा और घर नहीं पहुंचा।