Greater Noida West | पंचशील बिल्डर के खिलाफ अकसर हाउसिंग सोसाइटीज के लोग शिकायतें करते रहते हैं। सोसाइटी में निर्माण की गुणवत्ता से लेकर मिल रही सुविधाओं पर लोगों को आपत्तियां हैं। अब शुक्रवार को पंचशील ग्रीन्स-2 हाउसिंग सोसायटी में बड़ा हादसा हुआ है। बारिश के दौरान सोसाइटी के मेन गेट से जुड़ी दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। सोसाइटी के लोग दहशत में हैं और कंस्ट्रक्शन का ऑडिट करवाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दीवार ही नहीं सोसाइटी के टावरों का हाल भी कुछ ऐसा ही है।
हादसे के तुरंत बाद फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर आए
शुक्रवार की शाम बारिश हुई। इसी दौरान पंचशील ग्रीन्स-2 सोसाइटी की बाउंड्रीवाल भरभरा कर गिर पड़ी। थोड़ी देर बाद ही इस हादसे के वीडियो और फोटो लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर करने शुरू कर दिए। लोगों ने लिखा, "आज थोड़ी सी बारिश भी ना सह सकी और भरभरा कर गिर गई। लगता है बिल्डर ने सीमेंट की जगह रेत ही लगाई है, जो कभी भी यहां रहने वाले लोगों के लिए भारी पड़ सकती है।" गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत के अध्यक्ष अमित चौधरी और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ट्विटर हैंडल को टैग करके लोगों ने सवाल किया है, "क्या आपसे कोई कार्यवाही की उम्मीद रखें या वो संभव नहीं है।"
एक अन्य ट्वीट में पंचशील हाउसिंग सोसायटी के निवासी ने लिखा, "ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील ग्रीन-2 सोसायटी की दीवार गिर गई है। दिन में हुई बारिश के दौरान भरभरा कर यह दीवार गिरी। इस हादसे के बाद से सोसाइटी के निवासी दहशत में हैं। हम सोसायटी के स्ट्रक्चरल ऑडिट की लंबे अरसे से मांग कर रहे हैं। कंस्ट्रक्शन की क्वॉलिटी पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन कोई हमारी सुनवाई करने वाला नहीं है।"
बिल्डर का एक सूत्रीय कार्यक्रम केवल पैसा लेना है
इसी हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले अमित कुमार ने कहा, "जब हम लोगों ने बिल्डर से घर खरीदे थे, उस वक्त उसका एजेंडा केवल हमारी जेब से ज्यादा से ज्यादा पैसे निकालना था। अब हम लोग आकर सोसाइटी में बस गए हैं, अब भी वह मेंटेनेंस चार्ज के नाम पर केवल हम लोगों की जेब से पैसा निकाल रहा है। अब जैसे-जैसे सोसाइटी में रहते हुए वक्त बीत रहा है, उसके साथ यहां की अव्यवस्थाएं सामने आ रही है। घटिया कंस्ट्रक्शन की पोल खुल रही है। कभी दीवार गिर जाती है तो कभी छज्जा टूट कर गिर रहा है। कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी बेहद घटिया है। ना जाने कितनी बार हम लोगों ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को पत्र लिखकर स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाने की मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। जब यहां कोई बड़ा हादसा हो जाएगा तो छोटे-मोटे क्लर्कों और मैनेजर पर कार्यवाही करके सरकार पल्ला झाड़ लेगी।"