ग्रेटर नोएडा वेस्ट : नए कार्यालय में सीईओ नरेंद्र भूषण पहली बार बैठे, लोगों ने सुनाई परेशानियों की कहानी

Tricity Today | नए कार्यालय में सीईओ नरेंद्र भूषण पहली बार बैठे



ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्राधिकरण का अस्थाई कार्यालय बना है। बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण नए अस्थाई कार्यालय में बैठे और उन्होंने शहर के निवासियों की समस्या सुनी। इस दौरान पहले दिन काफी लोगों ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की समस्या बताई हैं। नरेंद्र भूषण के सामने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की काफी समस्याओं को रखा गया है। 

हजारों लोग फ्लैट्स के लिए परेशान
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित सुपरटेक इकोविलेज-2 सोसायटी में रहने वाले मिहिर गौतम ने इको विलेज-1, 2 और 3 में रहने वाले हजारों लोगों की समस्याओं को नरेंद्र भूषण के सामने रखा है। उन्होंने बताया कि अभी तक इन सोसाइटी में रजिस्ट्री नहीं हुई है। लोग बिना रजिस्ट्री के ही अपने फ्लैट में रहने को मजबूर है।

सीईओ नरेंद्र भूषण से लगाई मदद की गुहार
मिहिर गौतम का कहना है कि इन सोसाइटी में फ्लैट खरीदने वाले हजारों लोग करीब 10 सालों से संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन उनको आज तक भी फ्लैट नहीं मिला है। इतना ही नहीं जिनको फ्लैट मिल चुका है। उनके फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हुई है। इन सोसायटी में रहने वाले निवासी बीते 4 सालों से बिल्डर से अपने फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए गुहार लगा रहे हैं। लेकिन सुपरटेक बिल्डर हर बार झूठा आश्वासन दे देता है। अब बिल्डर का कहना है कि उनके फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं होना के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जिम्मेदार हैं। बिल्डर का कहना है कि प्राधिकरण की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है। मिहिर गौतम ने बताया कि हमें पता है कि बिल्डर झूठ बोल रहा है।

हमें क्यों नहीं मिल रहा न्याय : निवासी
मिहिर गौतम ने सीईओ नरेंद्र भूषण से अपील की है कि प्राधिकरण द्वारा बिल्डर को निर्देश दिए जाएं कि वह उनके फ्लैट्स की रजिस्ट्री करें। अगर बिल्डर का पैसा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर बकाया है तो प्राधिकरण उसको वसूल करे। हम लोग अपने फ्लैट का पूरा पैसा दे चुके हैं। जो भी टैक्स था हमने वह भी दे दिया है तो फिर आज हमारे साथ न्याय क्यों नहीं हो रहा है।

अनेक मुद्दों पर हुई चर्चा
उनका कहना है कि अब फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं होने के कारण उनको ज्यादा ईएमआई देनी पड़ रही है। फ्लैट खरीदारों की हालत काफी दयनीय है। उनका कहना है कि रजिस्ट्री नहीं होना भी सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने नरेन्द्र भूषण से इस मामले में मदद की गुहार लगाई है। इसके अलावा नेफोवा ने खेल के मैदान, पार्क और मूलभूत सुविधाओं को लेकर सीईओ से चर्चा की है।

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