Greater Noida West Breaking : सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर के फ्लैट से घरेलू सहायिका ने 4 लाख के जेवर चुराए

Tricity Today | शायाजियान सोसायटी



Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट की शाया जियान सोसायटी में रहने वाले सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर के फ्लैट में काम करने वाली घरेलू सहायिका ने घर में काम करने के दौरान करीब 70-80 ग्राम के सोने के आभूषण चोरी कर लिए। कोतवाली बिसरख पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, शुबन भट्ट वर्ष 2020 में जम्मू में स्थित जम्मू एंड कश्मीर ग्रामीण बैंक में चीफ मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे। वर्तमान में वह ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी-1 की शाया जियान सोसाइटी में H-1530 फ्लैट में परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि 11 अगस्त को उनके घर में फंक्शन था जिसमें जम्मू से कुछ रिश्तेदार आए थे। घर में फंक्शन के दौरान उनकी पत्नी ने जो आभूषण पहले थे, उन्हें 12 अगस्त को हाथ-मुंह धुलने के दौरान निकालकर टेबल पर रख दिए थे। इस दौरान घर में आई वाली घरेलू सहायिका प्रवेश (38 वर्ष) निवासी बहरामपुर नोएडा ने टेबल पर रखे करीब 7-8 तोले के आभूषण जिनकी कीमत करीब 4 लाख रुपये है, वह चोरी कर चली गई। 

आरोप है कि 13 अगस्त को घरेलू सहायिका के पति राम गुलाम ने फोन कर शुबन भट्ट से कहा कि उनकी पत्नी अब काम पर नहीं आएगी। काफी बहस होने के बाद 14 तारीख को घरेलू सहायिका उनके फ्लैट पर आई तो उसने आभूषण चोरी करने की बात से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली बिसरख पुलिस ने आरोपी घरेलू सहायिका प्रवेश के खिलाफ 3 सितंबर को मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसीपी बिसरख योगेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

चौकी इंचार्ज पर सीनियर सिटीजन को परेशान कर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप
पीड़ित शुबन भट्ट ने बताया कि 12 अगस्त को चोरी की घटना के बाद उनकी बेटी की तबियत खराब हो गई थी जिसके चलते आभूषण चोरी मामले की लिखित शिकायत उन्होंने 17 अगस्त को चौकी इंचार्ज गौर सिटी-1 अमित कुमार मान से की थी। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने पीड़ित बुजुर्ग को एक बार भी मिलने का समय नहीं दिया और ना ही आरोपी घरेलू सहायिका से पूछताछ की और उसके घर की तलाशी ली। पीड़ित वरिष्ठ नागरिक ने बताया कि फ़ोन पर बात करने के दौरान भी उनका व्यवहार ठीक नहीं था जिस पर अपने एक रिश्तेदार से सिफारिश करवाई। तब जाकर 3 सितंबर को उनकी एफआईआर दर्ज हुई है। उन्होंने बताया कि वह दारोगा अमित मान के व्यवहार से बेहद दुखी और क्षुब्ध हैं।

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