ग्रेटर नोएडा वेस्ट : सालों से मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे निवासी, जनप्रतिनिधियों और प्राधिकरण ने साधी चुप्पी

Tricity Today | Greater Noida West



ग्रेटर नोएडा वेस्ट में इस समय लाखों परिवार रहते हैं। लेकिन अभी तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसको लेकर शहर के निवासियों ने काफी बात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जनप्रतिनिधि के दरवाजे भी खटखटाये है। लेकिन कोई भी जवाब नहीं मिला है। इससे आहत होकर अब निवासी सोशल मीडिया पर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे हैं।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी और नेफोवा के सदस्य विकास कटियार ने बताया कि, कई सालों से लाखों परिवार ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रह रहे हैं। रोजाना सैकड़ों लोग शहर में फ्लैट खरीद रहे है। लगातार शहर की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन अभी तक यहां पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। 

उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल, केंद्रीय विद्यालय, सीजीएचएस मेडिकल फैसिलिटी, रामलीला मैदान, पार्क, सीसीटीवी कैमरे, ओवर ब्रिज फुटओवर ब्रिज जैसी मूलभूत सुविधाएं ग्रेटर नोएडा वेस्ट में उपलब्ध नहीं है। उनका कहना है कि शहर में लोग अपने खून पसीने की कमाई से अपने सपनों का घर तो खरीदा लेकिन मूलभूत सुविधाओं के लिए अभी भी संघर्ष कर रहे है। एक बड़ी रकम के रूप में हमने टैक्स, रजिस्ट्री के चार्जेस तो दिए लेकिन उसके बदले मूलभूत सुविधाओं का अभाव अभी भी है। 

विकास का कहना है कि शहर में कोई पार्क नहीं है। इसलिए उनको आपके घर से करीब 20 किलोमीटर दूर सिटी पार्क आना पड़ता है। इन मूलभूत सुविधाओं की मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने काफी बार प्राधिकरण और जनप्रतिनिधियों को काफी बार पत्र लिखा है। लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने 6 महीने पहले स्थानीय विधायक को भी पत्र लिखा था। लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पाया है। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने ट्वीटर पर "ग्रेनो वेस्ट मूलभूत सुविधाए" # टैग चलाया है। 

इको विलेज-1 के निवासी मनीष का कहना है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता की याद केवल चुनावी समय मे आती है। अब अगला चुनाव 2022 मे है। सभी पक्ष और विपक्ष वाले आपके गलियों में नज़र आएंगे। फिर से आश्वाशन मिलेगा, हम ये करा देंगे, हम वो करा देंगे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधियों  ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ पांव करके भी नहीं सोयेंगे। 

सुमिल जलोटा का कहना है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सोसाइटी के आलावा कुछ नहीं है। शहर में ग्रीन बेल्ट नहीं है। प्राधिकरण और नेता शहर में पेड़ लगाने आते है और फोटो खिचवाते है। उसके बाद सभी गायब हो जाते है। अनुपम मिश्रा का कहना है कि, हमारे सांसद और विधायक दोनों को ही इसमें आगे बढ़कर काम करना चाहिए। लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। अब निवासियों को 2022 में इसका जवाब देना चाहिए।

गौड सिटी की निवासी अनिता प्रजापति ने कहा कि बिल्डर अपने फ्लैट बेचकर पूरी तरह से पल्ला झाड़ चुका है। प्राधिकरण से काम करवाने के लिये कई चक्कर लगाने पडते है। मूलभूत सुविधाओं शहर में उपलब्ध नहीं है। गौड सिटी-1 के आस-पास कोई फायर स्टेशन और गोलचक्कर पर ट्रैफिक लाईट भी नहीं है। स्थानीय प्रतिनिधि सिर्फ चुनाव मे ही आते है। लेकिन इस बार इनको जवाब देना होगा।

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