Greater Noida West : करोड़ों रुपये लेने के बाद कंपनी ने मेंटेनेंस करने से किया इंकार, सुपरटेक इको विलेज-1 में हंगामा

Tricity Today | सुपरटेक इको विलेज-1



Greater Noida West : शहर में स्थित सुपरटेक इको विलेज वन में नया विवाद शुरू हो हुआ। दरअसल, सोसाइटी के भीतर मेंटेनेंस का जिम्मा संभालने वाली एजेंसी वाईजी एस्टेट्स ने अपनी सेवाएं जारी रखने से इनकार कर दिया है। एजेंसी ने इस निर्णय की सूचना इन्सॉल्वेंसी रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) हितेश गोयल को ईमेल के माध्यम से दी है। इस निर्णय से सोसाइटी के हजारों निवासियों में चिंता और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।

फाइनेंशियल ऑडिट की मांग
वाईजी एस्टेट्स और इको विलेज वन के निवासियों के बीच लंबे समय से मेंटेनेंस को लेकर विवाद चल रहा था। निवासियों का आरोप है कि एजेंसी मेंटेनेंस चार्ज (CAM) में हेरफेर कर रही थी और सुविधाओं में गंभीर लापरवाही बरत रही थी। निवासियों ने बार-बार इस मुद्दे को उठाया और मेंटेनेंस एजेंसी के फाइनेंशियल ऑडिट की मांग की है। 

हर महीने जाते हैं 50 लाख से ज्यादा रुपये
हितेश गोयल का कहना है कि एजेंसी वाईजी एस्टेट्स हर महीने करीब 50 लाख रुपये से ज्यादा निवासियों से लेती हैं। उसके बावजूद काम ठीक नहीं कर रही। निवासियों ने यह मुद्दा उठाया तो कंपनी ने काम करने से इंकार कर दिया। यह एक बड़ा धोखा है। एजेंसी के द्वारा स्टाफ को समय पर सैलरी भी नहीं जी जाती है।

निवासियों में गुस्सा
आईआरपी हितेश गोयल ने बताया कि उन्हें वाईजी एस्टेट्स की ओर से एक ईमेल प्राप्त हुआ है, जिसमें एजेंसी ने मेंटेनेंस सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है। निवासियों का कहना है कि एजेंसी बिना हिसाब दिए काम छोड़ रही है, जो उनकी मंशा पर सवाल खड़े करता है। निवासियों का कहना है कि सोसाइटी की व्यवस्थाएं महीनों से बुरी हालत में हैं। एजेंसी की ओर से कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए।

पानी, सफाई और बिजली समस्या बरकरार
इको विलेज वन की सोसाइटी में करीब 5,500 फ्लैट्स हैं। पिछले कुछ दिनों से पानी, सफाई, बिजली और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी से निवासी जूझ रहे हैं। निवासियों का आरोप है कि एजेंसी ने मेंटेनेंस शुल्क में हेरफेर किया और कोई ठोस सेवा प्रदान नहीं की। इससे पहले भी इस सोसाइटी में आंदोलन हुआ था। उसके बावजूद कोई भी ध्यान देने के लिए तैयार नहीं हैं।

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