Tricity Today | प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों ने प्रदर्शन किया
Greater Noida West : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। अभी तक 15% फीस वापस नहीं मिली और अब प्राइवेट स्कूलों को एक और काला धंधा सामने आ गया है। कुछ स्कूलों के द्वारा दवाब बनाया जा रहा है कि अभिभावक एक विशेष दुकान ने ही बच्चों की किताबें खरीदें। प्राइवेट स्कूलों के इस कारनामे के बाद अभिभावकों ने शिक्षा माफियाओं के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।
बिल्डर की नीतियों को अपना रहे स्कूल प्रबंधक
रविवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। एक अभिभावक दीपांकर कुमार ने बताया कि शहर के प्राइवेट स्कूल में मनमानी चल रही है। प्राइवेट स्कूल अब बिल्डर की तरह नीति अपना रहे हैं।
हाईकोर्ट ने आदेश पर भी वापस नहीं हुई 15% फीस
अभिभावकों ने बताया कि अभी तक कोरोना काल में ली गई फीस का 15% वापस नहीं लौटाया गया है। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि कोरोना काल में अभिभावकों से ली गई 15% फीस को वापस लौटाया जाए, लेकिन उसके बावजूद भी शिक्षा माफिया मनमानी कर रहे हैं।
स्कूल के द्वारा बच्चों और अभिभावकों पर बनाया जा रहा दवाब
अभिभावकों का आरोप है कि प्राइवेट स्कूलों ने शिक्षा के आड़ में माफिया गिरी शुरू कर दी है। अंदाजा इस बात से लगा सकते हो कि अब स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से किताबें बेचने वालों के साथ भी सांठगांठ हो गई है। स्कूल के द्वारा ब
च्चों पर दवाब बनाया जा रहा है कि एक विशेष दुकान से ही किताबों को खरीदा जाए। बकायदा इसको लेकर पर्ची बनाई जाती है। अगर उस पर्ची पर दुकानदार के साइन ना हो तो किताबें स्कूल वाले एक्सेप्ट नहीं करते हैं और वापस करने के लिए दवाब बनाते हैं।