ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों ने लगाया नारा : 'आवाज दो हम एक हैं', 45 डिग्री पारा, एसी में सांसद-विधायक, कैसे पहुंचे आवाज?

Tricity Today | सुपरटेक इकोविलेज-1 के निवासी धरने पर बैठे



Greater Noida West : 'वीक एंड एजिटेशन' ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पहचान बन चुके हैं, लेकिन एक धरना ऐसा है जो 29 दिनों से चल रहा है। सुपरटेक इकोविलेज में बिल्डर के खिलाफ यह धरना चल रहा है। सोमवार को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार कर गया, इसके बावजूद यह धरना चलता रहा। निवासियों का सवाल यह है कि विधायक और सांसद कहां हैं? लोगों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के बाद दादरी के विधायक नजर नहीं आए हैं। सांसद को दर्शन दिए चार साल हो गए हैं।

इन मांगों को लेकर धरने पर बैठे निवासी
निवासियों की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। बिल्डर ने फ्लैट तो दे दिए हैं, लेकिन पार्किंग नहीं दी है। अब पार्किंग के लिए करीब 7 लाख रुपए मांग रहा है। इसके अलावा सोसाइटी के भीतर एसटीपी की समस्या है। गंदा पानी सीधे नाले में जाता है, जिसकी वजह से बीमारियां पैदा होती हैं। बेसमेंट और अन्य स्थानों पर जलभराव की समस्या है। सोसाइटी में लगातार आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। पावर बैकअप के लिए बिल्डर 25,000 रुपए और जीएसटी मांग रहा है, जो सरासर गलत है। सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन नहीं है। काफी टावर अधूरे पड़े हैं और लिफ्ट खराब रहती हैं।

हाउसिंग सोसाइटी के निवासी समीर भारद्वाज का कहना है कि करीब 29 दिनों से सुपरटेक इकोविलेज-वन के निवासी अपनी मांगों को लेकर गेट नंबर-1 पर बैठे हुए हैं। सोसाइटी के भीतर समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से भी अब मदद की आस नहीं बची है। ऐसे में अब केवल अपनी मांगों को लेकर लड़ना निवासियों की अंतिम मजबूरी बन गया है।

दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में काफी समय से इकोविलेज-वन हाउसिंग सोसायटी के निवासी सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं। निवासियों की मूलभूत मांगे हैं, लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है। इस दौरान बिल्डर के लोगों ने निवासियों के साथ मारपीट करने का भी प्रयास किया था। उसके बावजूद भी निवासी अपनी मांगों पर अडिग है। सुपरटेक इकोविलेज-वन के गेट नंबर-1 पर निवासियों ने डेरा डाला हुआ है।

विधायक और सांसद के खिलाफ लगे पोस्टर
सोसाइटी के गेट पर पोस्टर लगे हुए है। जिसमें साफतौर पर लिखा है कि गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉक्टर महेश शर्मा और दादरी विधानसभा के विधायक तेजपाल नागर सुपरटेक इकोविलेज-वन में वोट मांगने ना आए। निवासियों का आरोप है कि जब उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो जनप्रतिनिधियों ने भी कोई मदद नहीं की। केवल वोट मांगने के नाम पर सोसाइटी में आते हैं और फिर दोबारा अपनी शक्ल नहीं दिखाते हैं।

सोसायटी में रहने वाले विजय चौहान का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2010 में फ्लैट बुक किया था, लेकिन 9 साल बाद 2019 में कब्जा मिला। अब अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर बैठे हुए हैं। मूलभूत सुविधा के नाम पर सोसाइटी में कुछ भी नहीं है। काफी बार बिल्डर के प्रतिनिधियों और स्थानीय विधायक समेत अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई गई, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है। जिसकी वजह से वह अब सड़क पर उतर आए हैं। विजय चौहान का कहना है, "सुपरटेक बिल्डर सबसे बड़ा चोर है।"

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