Greater Noida west : सुपरटेक इको विलेज के खरीदारों ने किया प्रदर्शन, आक्रोश में निवासी, बिल्डर पर मनमानी का आरोप

Tricity Today | सुपरटेक इको विलेज के खरीदारों ने किया प्रदर्शन



ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक इको विलेज-3 में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इको विलेज-3 में निवासियों और बिल्डर के बीच लम्बे वक्त से मेंटेनेंस चार्ज और दूसरे शुल्क को लेकर विवाद चल रहा है। इसी सिलसिले में रविवार को निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। फ्लैट बायर्स बैनर लेकर हाउसिंग सोसायटी में खड़े हुए और बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बिल्डर ने अब तक फ्लैट्स पर कब्जा नहीं दिया है। अब तक फ्लैट्स की रजिस्ट्री तक नहीं हुई है। इसके बावजूद बिल्डर मेंटेनेंस चार्ज ले रहा है। यह सरासर गलत है। 

बिल्डर के मेंटेनेंस डिपार्टमेंट से कई बार इस बारे में शिकायत की गई है, पर वहां कोई सुनवाई नहीं हो रही। यहां तक कि इसकी शिकायत ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को भी भेजी गई है, पर प्राधिकरण ने भी कोई कदम नहीं उठाया। खरीदार विरोध-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। सुपरटेक इकोविलेज-3 में रहने वाले फ्लैट खरीदा मृत्युंजय झा इस बारे में बताते हैं। उन्होंने बताया कि वह कई साल पहले घर खरीदे चुके हैं। पिछले 3 वर्षों से वह अपने फ्लैट में रह भी रहे हैं। पर अब तक बिल्डर ने आधिकारिक कब्जा नहीं दिया है। फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसके बावजूद बिल्डर का मेंटेनेंस डिपार्टमेंट हर महीने मोटी फीस वसूल रहा है। हमने कई बार इस मुद्दे को बिल्डर के सामने भी उठाया है। 

खरीदार बार-बार मेंटेनेंस डिपार्टमेंट में शिकायत करते हैं, पर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। मेंटेनेंस डिपार्टमेंट बिजली के मीटर से एडवांस में मेंटेनेंस शुल्क ले रहा है। बिल्डर पूरी तरह गैरकानूनी काम कर रहा है। प्रदेश सरकार, रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कई बार आदेश जारी कर चुके हैं। बावजूद इसके बिल्डर बिजली के मीटर से मेंटेनेंस चार्ज की कटौती कर रहा है। किसी को हमारी फिक्र नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि खरीदारों ने प्रशासन और सरकार को कई बार चिट्ठी लिखी है। पर कोई खरीदारों की सुध नहीं ले रहा। मजबूर होकर रविवार को फ्लैट खरीदारों ने विरोध प्रदर्शन किया है। 

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने नो रजिस्ट्री-नो मेंटेनेंस का नारा लगाया। सोसायटी के लोगों का कहना था कि बिल्डर को पहले ही मोटी रकम दी जा चुकी है। पर अब तक बिल्डर ने घरों की रजिस्ट्री खरीदारों के नाम नहीं की है। खरीदार घरों में रह रहे हैं, पर अब तक घर के मालिक नहीं बन सके हैं। बिल्डर खरीदारों को तीन साल से गुमराह कर रहा है। पहले बिल्डर ने बताया था कि उसे प्राधिकरण ने ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट और कंपलीशन सर्टिफिकेट दे दिया है। जल्दी ही घरों की रजिस्ट्री कर दी जाएगी। पर इंतजार करते हुए 3 वर्ष बीत चुके हैं। जब तक बिल्डर रजिस्ट्री नहीं करवाएगा, हम लोग मेंटेनेंस शुल्क का भुगतान नहीं करेंगे।

अन्य खबरें