Greater Noida West : महानगरों में होली पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रम तो होते ही रहते हैं। लेकिन गौड़ सिटी के जीसी-5 की सभी महिलाओं ने मिलकर फाग उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। सभी ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाया और खूब जमकर मनोरंजन किया। इस फाग उत्सव को मनाने के पीछे महिलाओं का सोचना है कि हम अपने त्योहारों को पारंपरिक तरीके से मानना चाहते हैं ताकि नई पीढ़ी को भी पर्व त्योहारों का असली महत्व पता चले।
फाग का जमकर उठाया आनंद
फागोत्सव में आई जी सी-5 की महिला निवासी ने बताया कि हम सभी कई वर्षों से यहां मिलकर होली खेलते आ रहे हैं लेकिन इस वर्ष हम सभी ने मिलकर होली सेलिब्रेशन के अलावा फाग गाने का निश्चय किया। कपिल कीर्तन मंडली और सभी महिलाओं ने मिलकर राधा कृष्ण के भजन और फाग गाई। कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चों ने राधा कृष्ण बनकर डांस किया। कार्यक्रम में महिलाएं, बच्चे और पुरूष सभी ने फाग का जमकर आनंद उठाया।
फाग का महत्व
होली कान्हा का सबसे पसंदीदा पर्व है। इसलिए फाग की शुरुआत कृष्ण और राधा रानी के साथ फूलों द्वारा होली खेलकर की गई। फाग गांव देहात के कुछ पारंपरिक लोकगीतों में से एक है जो फागुन में गांव गांव गली चौपाल पर गाई जाती थी, और आज भी गाई जाती होगी। फाग में राधाकृष्ण के प्रेम का बहुत ही खूबसूरती से वर्णन किया जाता है।