ग्रेटर नोएडा वेस्ट वालों के लिए बुरी खबर : मेट्रो चलने में लगेगी देरी, केंद्र में 4 बड़े विभागों की हुई हाईलेवल बैठक, लेकिन कोई फायदा नहीं

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



Greater Noida West : नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने के लिए जो मेट्रो चलेगी, उसमें अभी देरी होगी। दरअसल, एक्वा लाइन के इस एक्सटेंशन रूट को कैबिनेट से जल्द मंजूरी की उम्मीद कम है। इसकी वजह यह है कि दिल्ली से आ रही ब्लू लाइन और एक्वा लाइन मेट्रो को आपस में जोड़े जाने की योजनाओं पर सहमति नहीं बन पा रही है। दिल्ली में पीएमओ की बैठक में एनएमआरसी को नए सिरे से योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

इन विभागों की बैठक हुई
तीन दिन पहले पीएमओ स्तर पर एनएमआरसी, डीएमआरसी और केंद्र सरकार के आवासन व शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में ब्लू लाइन को एक्वा लाइन से जोड़े जाने पर चर्चा हुई। एनएमआरसी अधिकारियों की तरफ से दिए गए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि ब्लू लाइन के सेक्टर-52 और नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच चल रही एक्वा लाइन के सेक्टर-51 स्टेशन को आपस में जोड़े जाने के लिए एफओबी या स्काईवॉक का निर्माण किया जा रहा है। दोनों स्टेशन के बीच करीब 400 मीटर की दूरी है। यह बन जाने पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ जाने वाले लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी। आसानी से ब्लू और एक्वा लाइन के बीच आ-जा सकेंगे। 

अभी इस अड़चन को पहले करेंगे दूर
एनएमआरसी के इस प्रस्तुतीकरण पर केंद्रीय मंत्रालय ने असहमति जताई। मंत्रालय ने तर्क दिया कि सेक्टर-52 और 61 के बीच छोटा स्टेशन या कॉमन प्लेटफार्म बनाकर एक्वा लाइन को सीधे प्लेटफार्म के जरिए जोड़ा जाए। लाइन को जोड़े जाने के लिए दोनों तरफ से अलग-अलग तर्क दिए जाने पर कोई सहमति नहीं बन सकी। मंत्रालय चाहता है लोग बिना परेशानी के दोनों लाइन के बीच आ-जा सकें। इस बारे में एनएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र की टीम पहले भी मौके पर आकर देख चुकी है कि नया स्टेशन बनाया जाना आसान नहीं है।

14.958 किलोमीटर लंबा होगा यह रूट, लाखों लोगों को फायदा
आपको बता दें कि यह रूट 14.958 किलोमीटर लंबा होगा। इसमें 9 स्टेशन होंगे। पहले चरण में नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-2 तक मेट्रो चलेगी। जिसमें पांच स्टेशन होंगे। इनमें नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-122 और सेक्टर-123 स्टेशन हैं। जबकि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के क्षेत्र में सेक्टर-4, ईकोटेक-12 और सेक्टर-2 में स्टेशन बनाए जाएंगे। नए रूट पर मेट्रो चलने का फायदा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लाखों लोगों को होगा। यह पर्यावरण फ्रेंडली होगी। अभी लोगों को सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर जाने के लिए ऑटो या कैब का सहारा लेना पड़ता है।

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