Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सेक्टर-1 स्थित सीआरसी सबलिमिस सोसायटी में मंदिर निर्माण का विरोध करने पर एक युवक को पीटे जाने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक के साथ दो लोग मारपीट करते दिख रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने उल्टा उसे ही थाने में पूरी रात बैठाए रखा और सुबह जबरदस्ती समझौता कराकर छोड़ दिया।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक विवेक भाटिया परिवार के साथ सीआरसी सबलिमिस सोसायटी में रहते हैं। वह पेशे से कारोबारी हैं। उनका फ्लैट ग्राउंड फ्लोर पर है। विवेक ने बताया कि उनकी सोसायटी में आरएसएस से जुड़े कुछ लोग जबरदस्ती मंदिर निर्माण करना चाहते हैं। इसे लेकर इन लोगों ने उनके घर के सामने ही टेंट लगाकर मूर्ति लगा दी है। जबकि वह घर के सामने मंदिर नहीं चाहते हैं। इसी बात को लेकर दो सप्ताह पहले सोसायटी में रहने वाले आरएसएस से जुड़े मनोज, समीर शर्मा समेत तीन लोग उनसे बात कर रहे थे। सोसायटी में ही उनकी बात चल रही थी। तभी मनोज और उसके साथी ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। शोर शराबा सुनकर पहुंचे निवासियों ने उन्हें किसी तरह आरोपियों से बचाया। पुलिस ने पीड़ित को रातभर थाने में बैठाया
विवेक ने बताया कि घटना के बाद वह इसकी शिकायत करने थाना बिसरख पहुंचे। वहां पहले से ही एक राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) का एक व्यक्ति बैठा था। विवेक ने बताया कि उन्होंने पुलिस को मारपीट की सीसीटीवी फुटेज दिखाते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। लेकिन पुलिस ने उनकी फरियाद नहीं सुनी, उल्टा उसे ही रातभर थाने में बैठाए रखा। विवेक ने बताया कि अगले दिन पुलिस ने उनका आरोपियों से जबरदस्ती समझौता कराया। जिसके बाद वह थाने से घर जा सके।
प्राधिकरण ने जारी किया नोटिस
सोसायटी में मंदिर निर्माण को लेकर निवासियों की शिकायत पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 9 मई 2024 को नोटिस जारी किया था। प्राधिकरण ने मंदिर के निर्माण को अवैध बताते हुए 15 दिन के अंदर हटाने का आदेश दिया था। लेकिन आज तक मंदिर को नहीं हटाया जा सका।
सोसायटी का माहौल खराब करने की कोशिश
पीड़ित विवेक का कहना है कि कुछ लोग सोसायटी का माहौल खराब करना चाहते हैं। बिल्डर भी इन लोगों के दबाव में है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विवेक का कहना है कि उनके घर के सामने मंदिर बन रहा है। वह काफी समय से इसका विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते आरएसएस के लोगों ने उनके साथ मारपीट की है।
एडीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारी ने साधी चुप्पी
इस मामले में पुलिस का पक्ष जानने के लिए सेन्ट्रल नोएडा एडीसीपी हृदेश कठेरिया को फोन किया गया है, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया। इसी तरह बिसरख एसीपी और थाना प्रभारी को कई बार कॉल की गई। लेकिन किसी भी अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया। जिससे पता चलता है कि इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारी कितना दबाव में हैं।