प्राधिकरण खुद बनाएगा यमुना एक्सप्रेस वे पर रैम्प

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ग्रेटर नोएडा: यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे पर रैम्प का निर्माण खुद कराने का फैसला लिया है। ताकि, जेवर-पलवल मार्ग पर लगने वाले जाम से लोगों को जल्द राहत मिल सके। रैम्प बनाने की योजना पांच माह पहले बनी थी। जेपी इंफ्राटेक को निर्माण करना था। लेकिन, अभी तक निर्माण कार्य भी शुरू नहीं किया। शुक्रवार को होने वाली बैठक में प्राधिकरण इस पर जेपी ग्रुप से जवाब भी मांगेगा।

 

जेवर-पलवल मार्ग पर आए दिन वाहनों का लंबा जाम लग रहा है। स्थिति इतनी भयंकर है कि जाम 30 किलोमीटर तक लग जाता है। 20 से 30 घंटे तक वाहन जाम में फंसे रहते है। पिछले एक साल से जेवर कस्बे के लोग और वाहन चालक जाम से झूझ रहे है। जाम से निजात दिलाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने जेवर क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे पर दो रैम्प बनाने का फैसला लिया था। नौ जून, 2016 को 56वीं बोर्ड बैठक में इस पर सहमति भी बन गई थी। जेपी इंफ्राटेक कंपनी को रैम्प का निर्माण करना है। लेकिन, पांच माह बाद भी रैम्प का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। रैम्प नहीं बनने से लोग परेशान है। जाम के कारण हालात बदतर हो रहे है। जाम को लेकर प्राधिकरण अफसरों ने कुछ जरूरी कदम उठाने की सोची है। शुक्रवार को जेपी इंफ्राटेक के साथ बैठक बुलाई है। बैठक में कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस वे पर सड़क हादसों को रोकने के साथ-साथ जेवर में बनने वाले रैम्प पर भी जवाब-तलब किया जाएगा। 

 

प्राधिकरण को बाद में भुगतान करेगी कंपनी

मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरूणवीर सिंह का कहना है कि जेपी इंफ्राटेक को जेवर में यमुना एक्सप्रेस वे पर दो रैम्प बनाने है। अगर कंपनी रैम्प बनाने में सक्षम नहीं है तो प्राधिकरण रैम्प का निर्माण कराएगा। उसका भुगतान कंपनी को करना होगा। या फिर एक रैम्प कंपनी बना दें। दूसरा प्राधिकरण बनवा देगा। उन्होंने बताया कि बैठक में दोनों रैम्प बनाने पर भी फैसला लिया जाएगा। 

 

जेवर-पलवल मार्ग पर अतिक्रमण मुख्य वजह

जाम लगने का मुख्य कारण जेवर-पलवल मार्ग पर अतिक्रमण है। जेवर में चौराहे के दोनों तरफ दुकानदारों ने सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है। जिसकी वजह से सड़क छोटी हो गई है। वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। अतिक्रमण जाम की मुख्य वजह है। रोजाना जेवर से पलवल तक 30 किलोमीटर लंबा जमा लग रहा है। 

 

‘जेवर में जाम की समस्या गंभीर है। वहां यमुना एक्सप्रेस वे पर दो रैम्प बनने है। लेकिन, अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। जल्द ही रैम्प बनाने का काम शुरू होगा। अगर कंपनी निर्माण नहीं करती है तो प्राधिकरण खुद निर्माण कराएगा।’

डा.अरूणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना  एक्सप्रेस वे प्राधिकरण

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