Greater Noida : निशुल्क बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत आवंटित सीटों पर दाखिला लेने में निजी स्कूलों की अनिच्छा और लापरवाही से अभिभावक परेशान हो गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगाते अभिभावकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि विभाग ने अब तक केवल 2600 छात्रों को दाखिला करवा पाया है। चार चरणों में कुल 5061 छात्रों को सीटें आवंटित की गई थीं।
केवल 2600 दाखिले हुए
पांच महीने बीतने के बावजूद केवल 2600 दाखिले हुए हैं, जो विभाग की लापरवाही को उजागर करता है। इस स्थिति ने अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को लेकर चिंता में डाल दिया है। अधिकांश स्कूलों में परीक्षा की तैयारी शुरू हो चुकी है, लेकिन अभिभावक अभी भी बीएसए कार्यालय में लंबी कतारों में खड़े हैं, आरटीई के तहत दाखिले की उम्मीद में थी।
स्कूलों को 100 से अधिक नोटिस
पुनरावर्ती नोटिसों के बावजूद निजी स्कूलों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निजी स्कूलों को 100 से अधिक नोटिस जारी किए हैं, फिर भी स्कूलों की मनमानी जारी है। कई मामलों में स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को दाखिला देने से इंकार कर रहा है, जिससे अभिभावकों को बीएसए कार्यालय में आकर शिकायतें दर्ज करानी पड़ रही हैं।
बीएसए राहुल पंवार का बयान
गौतमबुद्ध नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग सभी शिकायतों का तुरंत निवारण कर रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आरटीई के तहत सभी आवंटित सीटों पर दाखिले कराए जाएंगे और जिन स्कूलों ने दाखिला नहीं दिया, उनके खिलाफ मान्यता प्रात्याहरण की कार्रवाई की जाएगी।