Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने ग्रेटर नोएडा में हुए नर्स हत्याकांड में दो आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की मौत के 7 साल बाद इंसाफ मिला है। परिजनों का कहना है कि अब उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। यह हत्या अपहरण कर दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप में हुई थी, लेकिन जब आरोपी गैंगरेप में सफल नहीं हो पाए तो मौत के घाट उतार दिया था।
वो 4 जनवरी 2016 का काला दिन
यह मामला बीते 4 जनवरी 2016 का है। एक व्यक्ति ने जेवर कोतवाली में शिकायत देते हुए बताया था कि उनकी बेटी लापता हो गई है। जब छानबीन हुई तो पता चला कि उनकी बेटी की लाश जेवर में साबौता गांव के जंगल में पड़ी हुई है। पुलिस ने इस मामले में पीड़ित पिता की शिकायत पर महेंद्र और विनोद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और आगे की जांच शुरू की थी।
हॉस्पिटल में नर्स थी ललितेश
जेवर थाना पुलिस की जांच में सामने आया कि 20 साल की ललितेश एक हॉस्पिटल में नर्स को रूप में काम करती थी। हॉस्पिटल जाते और आते वक्त उसको महेंद्र व विनोद नामक युवक परेशान करते थे। पिता का आरोप है कि दोनों की उनकी बेटी पर गंदी नजर थी। उनकी बेटी को हैवानियत का शिकार बनाना चाहते थे।
गैंगरेप का विरोध करने पर हत्या हुई
परिवाद के मुताबिक जब उनकी बेटी ने इसका विरोध किया था। अपहरण कर गैंगरेप का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं होने पर हत्या कर उनकी बेटी के शव को सरसों के खेत में फेंक दिया था। पुलिस ने महेंद्र और विनोद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में बीते करीब 7 सालों से कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। जेवर कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करके जिला अदालत में पेश की। पूरी सुनवाई के दौरान कुल 14 गवाह पेश किए गए। जिसमें महेंद्र और विनोद को आरोपी मानते हुए जिला न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।