शहर के लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जुटा हुआ है। प्राधिकरण ने गुरुवार को एक मोबाइल एप लांच किया। इस एप के जरिये शहर में 100 किलोग्राम से अधिक कूड़ा निकालने वालों पर नजर रखी जा सकेगी। इंस्पेक्शन ऑफ बल्क वेस्ट जेनरेटर्स इन ग्रेटर नोएडा रीजन नाम का यह एप एंड्रायड सिस्टम पर मौजूद है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने गुरुवार को प्राधिकरण सभागार में इस एप को लांच किया। इस मौके पर ओएसडी एसपी शुक्ला, जीएम परियोजना पीके कौशिक, उप महाप्रबंधक सीके त्रिपाठी, वरिष्ठ प्रबंधक रमेश चन्द्र, एनआईसी की ओर से अमित भार्गव, सीएम पाण्डा, बृज रावत आदि उपस्थित थे।
प्राधिकरण ने आज से अपने निवासियों को एक नई सुविधा ऐप के माध्यम से शुरू की है। इंस्पेक्शन ऑफ बल्क वेस्ट जेनरेटर्स इन ग्रेटर नोएडा रीजन नाम के एप का शुभारम्भ स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत किया गया है। इस ऐप के जरिये बल्क वेस्ट जनरेटर्स का डाटाध् सूचना एकत्र कर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट अधिनियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
ये खासियत हैं इस ऐप की
इस एप को भरत सरकार के संस्थान एनआईसी ने एक माह में तैयार कर किया है। यह एप जीआईएस से लिंक होगा। साथ ही प्राधिकरण के वन मैप ग्रेटर नोएडा से लिंक रहेगा। इस एप के जरिये बल्क वेस्ट जेनरेटरों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। इससे शिकायत करने में त्वरित कार्रवाई हो सकेगी। इसके जरिये सही जगह का पता लग सकेगा। इसकी निगरानी भी आसानी से हो सकेगी। इसके जरिये शिकायत करनेए शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई या हो रही हैए यह भी देखा जा सकेगा। शहर के निवासीए औद्योगिक इकाइयांए संस्थानए बल्क वेस्ट जनरेटर्स आदि इस एप को डाउनलोड कर उपयोग कर सकते हैं।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि उक्त एप में बल्क वेस्ट जनरेटर्सए ग्राउन्ड स्टाफ तथा बड़ी इकाइयों एवं संस्थानों को जोडक़र सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। इसके जरिये सॉलिड वेस्ट मैनजमेन्ट के नियमों के अन्तर्गत बल्क वेस्ट जनरेटर का डाटाध्सूचनाध्जानकारी एकत्रित कर उसका परीक्षण एवं मूल्यांकन करते हुए अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। प्राधिकरण भविष्य में उक्त एप में बल्क वेस्ट जनरेटर के साथ.साथ सीवर तथा एसटीपी आदि से सम्बन्धित फीचर्स भी जोड़ेगा।