खुशखबरी : ग्रेटर नोएडा के इन सेक्टर और गांवों में फरवरी से 12 घण्टे मिलेगा गंगाजल, जानिए अब वाटर सप्लाई क्या दरें होंगी

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ग्रेटर नोएडा शहर के लोगों का दस वर्षों का इंतजार खत्म होने वाला है। शहर में फरवरी से पेयजल के रूप में गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। पहले ग्रेटर नोएडा और फिर ग्रेटर नोएडा वेस्ट को गंगाजल मिलेगा। इससे शहर में पेयजल की गुणवत्ता सुधरेगी। इतना ही नहीं शहर में पानी की आपूर्ति का वक्त भी बढ़ाया जा रहा है। अभी रोजाना सुबह और शाम 6 घण्टे पानी मिलता है। इसे बढ़ाकर 12 घण्टे करने की योजना है। मतलब, अब 6 घंटे दिन में और 6 घंटे रात को शहर के गांव और शहरों में पेयजल की आपूर्ति की जाएगी।

करीब 10 साल से अटकी गंगाजल परियोजना के तीसरे चरण का काम पूरा होने वाला है। प्राधिकरण ने इसके लिए 38 करोड़ रुपये के पिछले साल टेंडर जारी किए थे। इस रकम से एक जोनल जलाशय और आठ जलाशय के अधूरे काम पूरे किए गए हैं। साथ ही बिजली से जुड़े काम भी हो गए हैं। ग्रेटर नोएडा में गंगाजल परियोजना पर लंबे समय से काम चल रहा है। करीब 350 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के तहत गाजियाबाद के पास देहरा गांव में गंग नहर से ग्रेटर नोएडा तक पाइपलाइन बनाई गई है। अगस्त 2010 में इसका काम शुरू करवाया गया था। करीब 23 किलोमीटर में से 19 किलोमीटर पाइपलाइन एक साल पहले बन चुकी थी। 

ग्रेटर नोएडा के देहरा और पल्ला गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बन चुके हैं
ग्रेटर नोएडा के देहरा और पल्ला में ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो चुके हैं। इसके मास्टर जलाशय और जोनल जलाशय भी बनकर तैयार हैं। इस परियोजना के लिए बिजली से जुड़े काम पूरे हो गए हैं। प्राधिकरण ने 38 करोड़ रुपये का टेंडर 11 सितंबर 2020 को जारी किया था। राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना को इस साल जनवरी में चालू करने को कहा था। परियोजना की शुरुआत इस महीने तो नहीं हो पाएगी, लेकिन प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि फरवरी के अंत तक गंगा जल की आपूर्ति शहर में शुरू हो जाएगी।

अभी इन सेक्टरों और गांव में की जाएगी गंगा जल की आपूर्ति
ग्रेटर नोएडा में सेक्टर-1 से लेकर सेक्टर-122 सेक्टर और 19 गांवों में गंगाजल की आपूर्ति की जानी है। सबसे पहले शहर के सेक्टर अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, पी थ्री, ओमीक्रोन, म्यु, जू, ईटा, जीटा, स्वर्ण नगरी, सेक्टर-36, सेक्टर-37 के घरों और हाउसिंग सोसाइटीज में गंगा जल की आपूर्ति शुरू की जाएगी। अब 6 की बजाय 12 घंटे पानी की आपूर्ति की जाएगी। 

वन विभाग की एनओसी के कारण लटकी रही परियोजना
जनवरी 2020 में वन विभाग ने हापुड़-गौतमबुद्ध नगर की सीमा पर पाइपलाइन बिछाने के कार्य के लिए अनुमति दी थी। इसकी समय सीमा कई बार पीछे छूट चुकी है। शुरुआत में वन विभाग ने अपनी जमीन से पाइपलाइन निकालने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देने में वक्त लगा दिया था। जब अनापत्ति मिली तो प्राधिकरण निर्धारित समय में यह काम नहीं कर पाया था। जिसके चलते लंबे वक्त तक परियोजना लटकी पड़ी रही अब इस समस्या का समाधान हो चुका है।

ग्रेटर नोएडा के बाद ग्रेनो वेस्ट को गंगाजल मिलेगा
परियोजना के महाप्रबंधक ने बताया कि फरवरी के महीने से ग्रेटर नोएडा शहर के आवासीय सेक्टरों को गंगा जल की आपूर्ति शुरू की जाएगी। अभी 85 क्यूसेक गंगाजल प्रतिदिन शहर को मिलेगा। कुछ समय बाद पानी का कोटा बढ़ाने के लिए विकास प्राधिकरण राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। सिंचाई विभाग से मंजूरी मिलने के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी गंगा जल की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

पेयजल की गुणवत्ता में सुधार आएगा आपूर्ति भी सुधरेगी
महाप्रबंधक ने कहा, अभी ग्रेटर नोएडा शहर में पेयजल की आपूर्ति पूरी तरह भूगर्भ जल पर निर्भर है। जिसके चलते शहर में ग्राउंड वाटर लेवल तेजी के साथ गिर रहा है। प्राधिकरण इस समस्या से भी चिंतित है। यही वजह है कि गंगा जल की आपूर्ति जल्द ही शुरू करने की कोशिश की जा रही है। गंगा जल की आपूर्ति शुरू होने के बाद भूगर्भ जल मिश्रित पेयजल आपूर्ति शुरू होगी। जिससे पेयजल की आपूर्ति में भी खासा सुधार आएगा।

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