गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने दिखाई सख्ती : 10 स्विमिंग पूल और 5 जिम के संचालकों को भेजा नोटिस, पढ़िए पूरी खबर

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Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने जिम और स्विमिंग पूलों के पंजीकरण की जांच शुरू कर दी है। जिनके पंजीकरण नहीं है उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। जिसके चलते जिले के 10 स्विमिंग पूल के संचालकों को पंजीकरण न कराने पर नोटिस जारी किया गया है। इसी के साथ प्रशासन द्वारा एनओसी के बिना चला रहे जिम मालिकों को भी नोटिस जारी किए गए। प्रशासन ने यह कदम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है। 

इतने जिम और स्विमिंग पूलों का हो रखा पंजीकरण 
कुछ दिनों पहले गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी सुहास एलवाई ने जिला क्रीड़ा अधिकारी को निर्देश दिए थे कि जिन स्विमिंग पूल और जिम के पंजीकरण नहीं हुए हैं उन पर कारवाई की जाए। जिला क्रीड़ा अधिकारी अनीता नागर ने बताया कि जिले में 500 से ज्यादा स्विमिंग पूल चल रहे हैं, लेकिन इनमें से 250 ही पंजीकृत हैं। वहीं, जिले में जिमों की संख्या भी अधिक है, लेकिन 55 ऐसे जिम संचालक हैं जिन्होंने पंजीकरण करा रखा है। 

"अवैध फार्म पर बने स्विमिंग पूलों को सील किया जाएगा" 
उन्होंने बताया कि इसी वजह से जिम और स्विमिंग पूलों का निरीक्षण किया गया। जिसमें रोजा याकूबपुर, सेक्टर-135, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और गढ़ी चौखंडी में बिना पंजीकरण के चल रहे 10 स्विमिंग पूल के संचालकों को नोटिस जारी किया गया। वहीं, इसी के साथ 5 जिम संचालकों को भी नोटिस भेजा गया। साथ ही उन्होंने बताया कि अवैध फार्म पर बने स्विमिंग पूलों को सील किया जाएगा। 

सुरक्षा की वजह से जरूरी है पंजीकरण 
जिम और स्विमिंग पूल संचालकों के पंजीकरण ना कराने के कारण काफी हानि हो रही है। सुरक्षा इंतजाम ना होने के कारण आए दिन जिम और स्विमिंग पूल में हादसे होते हैं। स्विमिंग पूल में आए दिन लोग डूब कर मर जाते हैं। यह सब सुरक्षा संबंधित चीजों पर ना ध्यान देने के कारण होता है। वहीं, जिम में वेटलिफ्टिंग में सुरक्षा चूक और कई नकली सप्लीमेंट के कारण लोगों को नुकसान होता है। इस सब को देखते हुए प्रशासन ने पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है।

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