Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भूमि अधिग्रहण की एवज में किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे में बढ़ोतरी की है, लेकिन साथ ही अपनी भूमि आवंटन दरें भी बढ़ा दी हैं। मिल्क बूथ से लेकर औद्योगिक भूखंडों की आवंटन दरों में बड़ा इजाफा किया है। यह बढ़ोतरी 11% से लेकर 52% तक की गई है। इन भूखंडों का आवंटन नीलामी के जरिये होगा। चालू वित्तीय वर्ष से इसे प्रभावी कर दिया गया है। दो दिन पहले प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया था।
आईटी कंपनियों के भूखंडों में 52% वृद्धि, बिल्डर कैटेगरी में सबसे कम इजाफा
ग्रेटर नोएडा की 5 अप्रैल को बोर्ड बैठक हुई थी। बोर्ड बैठक में प्राधिकरण ने आवंटन दरों में इजाफा किया है। प्राधिकरण ने जो प्रस्ताव रखा, उसमें बोर्ड ने कुछ सुझाव दिए। प्राधिकरण ने उस दिन केवल आवासीय भूखंडों की नई दरों की जानकारी सार्वजनिक की थी। प्राधिकरण ने आवंटन दरों में बड़ा इजाफा किया है। यह वृद्धि 11 से लेकर 52% तक की गई है। सबसे अधिक वृद्धि आईटी कम्पनियों के लिए आवंटित होने वाले भूखंडों की दर में की गई है। इसमें 52 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए गए हैं। सबसे कम वृद्धि बिल्डर भूखंडों में की गई है। इस श्रेणी में केवल 11 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए गए हैं।
इंडस्ट्री लगाने के लिए जमीन 26 फीसदी महंगी हुई
प्राधिकरण अब इन भूखंडों का आवंटन नीलामी के जरिये करेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने औद्योगिक भूखंडों की दर में 26 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की है। औद्योगिक सेक्टरों को चार श्रेणी में बांट रखा है, जबकि भूखंडों का आवंटन साइज के हिसाब से 6 श्रेणी में होता रहा है। अब छह श्रेणी को कम करके चार श्रेणी में बांट दिया है। अब बढ़ी हुई दरें 9,500 रुपये से लेकर 25,000 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक हो गई हैं। पहले आवंटन दर 8,125 रुपये से लेकर 20,830 रुपये प्रति वर्ग मटर तक थी। यह दरें सेक्टरों की लोकेशन, सुविधाओं, शहर से दूरी और मांग को ध्यान में रखकर निर्धारित की गई हैं।
आवासीय भूखंड की कीमत अब ₹39,000 प्रति वर्ग मीटर
आवासीय सेक्टरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने चार श्रेणी में बांट रखा है। इसकी आवंटन दर में 26 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई है। पहले आवंटन दर 24,060 रुपये से लेकर 33,330 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। अब इसे बढ़ाकर 29,000 से लेकर 39,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है। बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए आवंटित होने वाले भूखंडों की आवंटन दरों में भी वृद्धि की गई है। हालांकि, इस श्रेणी में कुछ कम 16% का इजाफा हुआ है। पहले इनकी आवंटन दर 29,408 रुपये प्रति वर्ग मीटर से लेकर 34,370 रुपये प्रति वर्ग मीटर थीं। इसकी आवंटन दरों में 16 प्रतिशत तक की वृद्ध की गई है। अब आवंटन दर 30,000 से लेकर 40,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है।
कमर्शियल लैंड की कीमत सबसे कम बढ़ाई गई
व्यावसायिक भूखंडों की आवंटन दरों में सबसे कम 11 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। पहले इस जमीन की आवंटन दरें 44,250 रुपये से लेकर 46,190 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। अब वृद्धि के बाद आवंटन दर 47,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक हो गई हैं। संस्थागत भूखंडों की आवंटन दरों में 42 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है। पहले आवंटन दर 9,060 रुपये से लेकर 20,310 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। अब आवंटन दर को 13,000 रुपये से लेकर 22,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक कर दी गई है। आईटी के भूखंडों की आवंटन दर में सबसे ज्यादा 52 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है। पहले आवंटन दर 9,060 रुपये से लेकर 20,309 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी। अब यह दर 15,000 रुपये से बढ़ाकर 22,500 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है। दूध और सब्जी बूथ के भूखंडों की आवंटन दरों में 21 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए गए हैं। पहले यह आवंटन 14,060 रुपये से लेकर 18,230 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक होता था, लेकिन अब नई आवंटन दर 16,000 रुपये से लेकर 22,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है।