BIG BREAKING : तुस्याना भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी राजेंद्र मकोड़ा की अवैध बिल्डिंग तोड़ी, तेरहवीं से पहले एक्टिव हुआ प्राधिकरण

Tricity Today | राजेंद्र मकोड़ा की अवैध बिल्डिंग



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा से इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है। तुस्याना भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी राजेन्द्र मकोड़ा की मौत के बाद प्राधिकरण का एक्शन शुरू हो गया। बुधवार को दिन निकलते ही ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने राजेन्द्र मकोड़ा के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया। प्राधिकरण ने राजेन्द्र मकोड़ा की अवैध बिल्डिंग को तोड़ना शुरू कर दिया।

राजेंद्र मकोड़ा की मौत हार्ट अटैक से हुई
तुस्याना भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी राजेंद्र मकोड़ा की बीते शुक्रवार की शाम को मौत हुई थी। उनकी मौत हार्ट अटैक आने की वजह से हुई थी। राजेंद्र मकोड़ा की मौत के बाद शनिवार को सबसे पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उसकी दो दुकानों को सील किया। जिसकी कीमत करोड़ों में है। अब बुधवार की सुबह दिन निकलते ही प्राधिकरण के अधिकारी लाव-लश्कर लेकर पहुंचे और बुलडोजर चलाना शुरु कर दिया।

कैसे हुआ करोड़ों का घोटाला
दादरी तहसील के अधिकारियों ने इस जमीन का अमल दरामद किया है। फर्जी तरीके से लोगों के नाम खसरा-खतौनी में दर्ज किए है। राजेंद्र सिंह मकोड़ा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पूर्व जीएम रविंद्र तोंगड समेत इस पूरे सिडिकेट ने तुस्याना गांव के खसरा संख्या 987, 1104, 1105, 1106 और रकबा 175 बीघा सरकारी ग्राम समाज की जमीन का मुआवजा उठाया। खसरा नंबर 987 में रकबा 16 बीघा से अधिक जमीन पुख्ता बंजर दर्ज थी। 

राजेंद्र मकोड़ा ने कैसे उठाया मोटा मुआवजा
राजेंद्र सिंह ने फर्जी पावर ऑफ अटार्नी से श्वेता पत्नी पत्नी मनोज पुत्र राजेन्द्र, मधु सिंह पुत्री जीएस कंबोज पत्नी दीपक पुत्र राजेंद्र सिंह ने न्यायालय को धौखा देकर 30 दिसंबर सन 1998 को मुआवजा उठा लिया। इसके बाद अथॉरिटी से जमीन का 6 प्रतिशत आबादी का प्लॉट तुस्याना से उठाकर नॉलेज पार्क-1 में मैन कासना-सूरजपुर रोड पर लगवा दिया। जिस जमीन पर प्लॉट लगाया, वह जमीन पहले से नर्सरी के लिए अलॉट थी। तुस्याना गांव की 1200 बीघा सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से खरीद-फरोख्त कर बेच डाला और कई सौ बिघा जमीन का मुआवजा भी उठा लिया गया था।

अन्य खबरें