Tricity Today | ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह (Surendra Singh IAS) ने कार्यभार संभालते ही मातहत अफसरों को आदेश दिया था कि भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी भूमाफिया से मिलीभगत करता पकड़ा गया तो उसे भी भूमाफिया घोषित कर दिया जाएगा। सुरेंद्र सिंह ने कड़े आदेश जारी किए थे। उन्होंने भूमाफियाओं को चिन्हित करके लिस्ट मांगी थी। कहा था, अगर कोई भूमाफिया छूटा तो उसकी जिम्मेदारी सूची बनाने वाले अफसरों की होगी।
सीईओ के कड़े रुख से भूमाफियाओं में मची खलबली
सीईओ का कड़ा रुख देखकर प्राधिकरण अधिकारियों ने ऐसे तमाम भूमाफियाओं की सूची तैयार की है, जिन्होंने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की अधिग्रहित जमीन पर कब्जा करके अवैध निर्माण किया है। अधिसूचित क्षेत्रों में कृषि भूमि पर अवैध निर्माण किया है। अवैध फ्लैट और विला बनाकर बेचे हैं। इतना ही नहीं इन भूमाफियाओं ने बड़े पैमाने पर फ्लोटिंग और कोलोनाइजेशन भी किया है। विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपचंद्र की ओर से जिला प्रशासन को ऐसे 60 लोगों की एक लिस्ट भेजी गई है। इन सभी लोगों को भूमाफिया घोषित करने की मांग अथॉरिटी ने की है।
जल्दी सारे लोगों को भूमाफिया घोषित करेगा प्रशासन
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अगले एक या दो दिनों में इन सारे लोगों को भूमाफिया घोषित कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि इस सूची में छह कंपनियों के डायरेक्टर भी शामिल हैं। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से गौतमबुद्ध नगर के अपर जिलाधिकारी प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट और सिफारिश में बताया गया है कि इन लोगों ने ईकोटेक-3, बिसरख, बादलपुर और सूरजपुर थानाक्षेत्रों में अवैध निर्माण किए हैं। इन लोगों और कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए अवैध निर्माण की वजह से शहर का नियोजित विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इतना ही नहीं इन तमाम लोगों ने जनता के साथ धोखाधड़ी की है। अवैध फ्लैट, प्लॉट और विला बनाकर बेचे हैं। जिससे हजारों लोगों की जीवन भर की गाढ़ी कमाई बर्बाद हो गई है।
भूमाफिया घोषित होंगे और कड़ी कार्रवाई होगी : डीएम
प्राधिकरण की ओर से जिला प्रशासन को बताया गया है कि यह सारे कॉलोनाइजर भोले-भाले लोगों को ठक रहे हैं। आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होकर संपत्ति अर्जित कर रहे हैं। इन सभी के खिलाफ भूमाफिया अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की मांग की गई है। इस पूरे मामले पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है, "पिछले सप्ताह एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स की बैठक हुई थी। जिसमें ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से ऐसे सारे लोगों की सूची मांगी गई थी, जो अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर कब्जा करके अवैध निर्माण कर रहे हैं। अगले एक या दो दिनों में एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स की बैठक दोबारा होगी। उसमें इन सभी को भूमाफिया घोषित कर दिया जाएगा। इन लोगों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इनकी संपत्तियां सीज की जाएंगी। अवैध निर्माण पर एक्शन होगा।"
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इन लोगों और कंपनियों के नाम प्रशासन को भेजे