BIG BREAKING : ग्रेटर नोएडा Double Murder Case के हत्यारोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, हुआ सनसनीखेज खुलासा

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा Double Murder Case के हत्यारोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार



ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सेक्टर अल्फा टू में गुरुवार की देर रात हुए दंपति हत्याकांड का संनसीखेज खुलासा किया है। हत्या आरोपियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई है। पुलिस ने दो हत्यारोपी गिरफ्तार कर लिए हैं। दो आरोपी अभी फरार हैं। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी वारदात का खुलासा किया है। डीसीपी ने बताया है कि हत्यारोपी दंपति को जानते थे। उनके घर इनका आना-जाना था। लूटपाट करने के बाद दोनों बुजुर्गों की हत्या की गई।

ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर अल्फा टू में रहने वाले नरेंद्र नाथ और उनकी पत्नी सुमन नाथ की गुरुवार की देर रात हत्या कर दी गई थी। इस दोहरे हत्याकांड की जानकारी शुक्रवार की सुबह मिली। जांच के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया था। डीसीपी ने बताया कि दंपति के घर में एक नौकरानी काम करती है। उसका रिश्तेदार युवक रोहित है, जो अलीगढ़ के इगलास कस्बे का रहने वाला है। वह अभी ग्रेटर नोएडा के नवादा गांव में रहता है। रोहित बाइक चोर है और इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। दंपति की नौकरानी ने सामान्य बातचीत में उसे बताया था कि उसके मालिक बहुत अमीर हैं। 

डीसीपी ने बताया कि रोहित ने नौकरानी का फायदा उठाकर नरेंद्र नाथ से दोस्ती कर ली। वह नरेंद्र नाथ के घर आने-जाने लगा। इसी बीच उसे जानकारी मिली कि नरेंद्र नाथ को शराब पीने की आदत है। रोहित ने उनकी इस लत का फायदा उठाया। वह भी नरेंद्र नाथ के साथ बैठकर शराब पीने लगा। उसका मकसद दंपति के घर में लूटपाट करना था। गुरुवार की रात वह अपने तीन दोस्तों देव शर्मा, बिशन सिंह भदोरिया और सुभाष को लेकर नरेंद्र नाथ के घर पहुंचा। पांचों लोग घर के बेसमेंट में बैठकर शराब पार्टी करने लगे। 

पुलिस को पूछताछ में बताया है कि सुमन नाथ अपने पति के स्वभाव का विरोध करती थी। गुरुवार को भी उन्होंने कई बार इन लोगों को टोका था। घर से जल्दी जाने के लिए भी कहा था, लेकिन रोहित और उसके साथी पूर्व नियोजित ढंग से देर तक बेसमेंट में बैठकर शराब पीते रहे। जब नरेंद्र नाथ को नशा हो गया तो इन लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया। बुरी तरह पीटा। उनसे एटीएम छीन कर पिन मांगा। उससे पैसे भी निकाले। इसके बाद नरेंद्र नाथ की हत्या कर दी और उनकी लाश बेसमेंट में छिपा दी। 

गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि नरेंद्र नाथ की हत्या करने के बाद पानी लेने के बहाने घर में ऊपर सुमन नाथ के पास पहुंचे। जब सुमन नाथ पानी लेने किचन में गई तो चारों लोग उनके कमरे में घुस गए। घर को खंगालने लगे। सुमन नाथ ने विरोध किया तो उन्हें रोहित ने गोली मार दी। उनकी लाश को घर में कपड़ों के नीचे दबा दिया। घर से जेवरात और 30 हजार रुपये नगद लेकर भाग गए। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद चारों लोग साकीपुर गांव में ओयो रूम्स पहुंचे। वहां एक आईडी देकर चारों ने कमरा बुक किया। यहीं से ग्वालियर के लिए कैब बुक की ओर फरार हो गए। 

पुलिस ने बताया कि यह लोग अपने साथ नाथ दंपति के मोबाइल भी लेकर गए थे। घर में एक हत्यारा मफलर छोड़ गया था। यह मफलर देव शर्मा का है। हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। सबसे पहले नाथ दंपत्ति के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकाली गई। जिनमें गवालियर से ताल्लुक रखने वाले दो मोबाइल नंबर मिले। इनमें से एक मोबाइल नंबर के जरिए कैब की बुकिंग की गई थी। जब कैब के ड्राइवर से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि ग्रेटर नोएडा से चार युवकों ने ग्वालियर के लिए कैब बुक की थी। पुलिस इसके बाद ओयो रूम्स पहुंची। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकाली गई। जिससे चारों आरोपियों की पहचान हो गई। 

डीसीपी ने बताया कि पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान शनिवार को ग्रेटर नोएडा के एटीएस गोल चक्कर दो संदिग्ध युवकों को रोकने की कोशिश की गई। युवक नहीं रुके और पुलिस टीम पर कातिलाना हमला किया। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। जिसमें एक युवक को गोली लगी। पुलिस ने दो युवकों को पकड़कर पूछताछ की। इनकी पहचान देव शर्मा और विशन सिंह भदोरिया के रूप में हुई है। देव शर्मा मध्य प्रदेश के भिंड भगोरा का रहने वाला है। बिशन सिंह भदोरिया भिंड जिले के चैमुह का रहने वाला है। अभी फिलहाल ग्वालियर शहर में रह रहा था। डीसीपी ने बताया कि अभी रोहित पुत्र रामवीर वाल्मीकि और सुभाष पुत्र रामाधार अहिरवार की तलाश जारी है। रोहित इगलास का रहने वाला है और सुभाष महोबा का रहने वाला है। इन अभियुक्तों के खिलाफ बीटा टू कोतवाली में तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 

डीसीपी ने बताया कि इनके पास से दो बैंक की पास बुक, एक चैक बुक, एक लाख रुपये की आईसीआईसीआई बैंक की एफडी, एक तीन लाख रुपये की एफडी, एक एफडी 70,893 रुपये की, एक एफडी 52,748 रुपये, एक डिपोजिट कन्फर्मेशन 48,458 रुपये का, सुमन नाथ का निर्वाचन पहचान पत्र, एक गले की माला सफेद मोतियों की मिली हैं। एक मोर पीली धातु का जिसमें सफेद और हरे रंग की पैंटिंग है। सोने की दो अंगूठी, एक टीका, एक लाकेट, एक चांदी का लाकेट, 500-500 रुपये के 26 नोट, एक तमंचा 315 बोर और 3 जिन्दा कारतूस बरामद किये हैं।

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