Greater Noida: वैक्सीन के फर्जी ट्रायल केस में गोपाल लैब पैथ सील, चार गिरफ्तार, संचालक समेत तीन फरार

Tricity Today | गोपाल लैब पैथ पर हुई कार्रवाई



ग्रेटर नोएडा के दादरी में जायड्स कैडिला कंपनी की वैक्सीन के फर्जी ट्रायल का मामला लखनऊ पहुंच गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने पूरे प्रकरण में गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ दीपक ओहरी से जवाब-तलब किया है। उधर, दादरी पुलिस ने गोपाल पैथ लैब बिना में बिना अनुमति के वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल केस में लैब संचालक विकास वशिष्ठ और छह अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इनमें से चार गिरफ्तार हो चुके हैं। जबकि, संचालक समेत तीन लोग फरार हैं।

बुधवार को मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पैथ लैब को सील कर दिया है। दादरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ संजीव सारस्वत ने इस केस में दादरी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया है कि गोपाल लैब पर मंगलवार को गाजियाबाद के अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने कोविड-19 वैक्सीन लगाने के लिए कैंप लगाया था। पर यहां जायड्स कैडिला कंपनी की वैक्सीन का अवैध क्लिनिकल ट्रायल चल रहा था। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी नहीं ली गई थी। इस दौरान 19 लोगों को वैक्सीन दी गई। 

सोशल मीडिया से हुआ खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा सोशल मीडिया के जरिए हुआ था। विकास के परिवार के ही लोगों ने और होम्योपैथी डॉक्टर संजीव ने डॉक्टरों के एक व्हॉट्सएप ग्रुप पर वैक्सीन लगवाने की फोटो डाली थी। इसके बाद यह फोटो वायरल हो गया। इस ग्रुप में दादरी के कई चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी भी जुड़े थे। जैसे ही उन्हें फोटो के जरिए मामले की जानकारी हुई, टीम सक्रिय हो गई। स्वास्थ विभाग की एक जांच टीम पुलिस के साथ गोपाल पैथ लैब पहुंची। जब वहां कार्रवाई शुरू हुई, तो इलाके के लोगों को पूरा मामला समझ में आया। स्वास्थ्य विभाग ने संचालक समेत सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। 

इन पर कसा शिंकजा
पुलिस ने इस पर एक्शन लेते हुए मुज्जफरनगर के सिविल लाइन निवासी रिजवान, मूलरूप से आजमगढ़ और वर्तमान में कैला भट्टा गाजियाबाद निवासी सुधाकर यादव, अंबेडकर नगर के सांखवीर निवासी सुरेश कुमार सिंह और बस्ती के गांव बडा बढ़ैया निवासी डॉक्टर संजय श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है। संजय गाजियाबाद के फ्लोरिस अस्पताल में काम करता है। इनके अलावा गाजियाबाद के प्रताप विहार निवासी महेश चौधरी, गोपाल लैब का संचालक विकास वशिष्ठ और नारी रक्षा दल का एक सदस्य फरार हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लैब से 260 वैक्सीन, सिरिंज, लैब का सामान और कई अन्य उपकरण बरामद किए हैं। इस संबंध में दादरी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजवीर सिंह चौहान ने बताया कि लैब को सील कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य तीन फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। 

बड़ा अस्पताल शक के घेरे में
मामले में फ्लोरिस अस्पताल भी शक के घेरे में आ गया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पूरे प्रकरण में फ्लोरिस हॉस्पिटल का डॉक्टर संजय श्रीवास्तव भी शामिल था। दरअसल गोपाल पैथ और इस अस्पताल के बीच 3 साल का एक करार है। जिसके तहत यहां वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल हो रहा था। अस्पताल के निदेशक डॉ एनके सिंह से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई। पर अब तक उनका पक्ष नहीं मिला है।

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