Coronavirus Cases in Noida : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण (Narendra Bhooshan IAS) को उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने की जिम्मेदारी दी है। नरेंद्र भूषण को कोविड-19 के खिलाफ चल रहे अभियान का प्रभारी नियुक्त किया गया है। शासन की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, पुलिस, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के तमाम अफसर उन्हें सहयोग देंगे। जिले के सारे अफसर नरेंद्र भूषण को रिपोर्ट करेंगे।
गौतमबुद्ध नगर में कोरोनावायरस का संक्रमण पांव पसारता जा रहा है। बुधवार को तो सारे रिकॉर्ड टूट गए। पिछले एक वर्ष के दौरान सर्वाधिक 484 नए मरीज रिपोर्ट किए गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान यह संख्या यकायक बढ़ी है। मंगलवार को जिले में 226 मरीज रिपोर्ट किए गए थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव मुकुल सिंघल की ओर से एक आदेश जारी किया गया है। यह आदेश बुधवार को ही गौतमबुद्ध नगर के डीएम, पुलिस कमिश्नर, मेरठ मंडल के आयुक्त, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को भेजा गया है।
आदेश में कहा गया है कि गौतमबुद्ध नगर में कोरोनावायरस के संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसके रोकथाम, इसके बचाव और उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण को सौंपी गई है। राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने यह अनुरोध किया था। अब नरेंद्र भूषण सभी विभागों से समन्वय स्थापित करके कोरोनावायरस के संक्रमण की रोकथाम और इससे बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। आदेश में कहा गया है कि जिला प्रशासन की सभी इकाइयां, चिकित्सा विभाग, सारे अधिकारी, पुलिस विभाग, नोएडा प्राधिकरण और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारी नरेंद्र भूषण को उनके कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वहन करने के लिए पूर्ण सहयोग देंगे। जिले के सभी अफसर नरेंद्र भूषण के निर्देशन में काम करेंगे।
आपको बता दें कि पिछले साल भी उत्तर प्रदेश सरकार में नरेंद्र भूषण को गौतमबुद्ध नगर का प्रभावी कोविड-19 नियुक्त किया था। प्रतिदिन जिले के टॉप-5 अफसरों की बैठक होती थी। जिसमें कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए योजना बनाई जाती थी। जिसका अच्छा परिणाम मिला था। पिछले साल जिले में राज्य के दूसरे महत्वपूर्ण जिलों के मुकाबले कम मरीज आ रहे थे। इस साल शुरुआत में ही यकायक कोरोनावायरस का संक्रमण फैल गया है। जिससे जिले के लोगों में दहशत व्याप्त है।