Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नलकूपों के रखरखाव और संचालन में लापरवाही मिलने पर जिम्मेदार 3 फर्मों पर अलग-अलग समय में 7.15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। वरिष्ठ प्रबंधक जल कपिल सिंह ने 9 नलकूपों का जायजा लिया। रखरखाव में खामियां मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।
अफसरों ने किया शहर का दौरा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक जल कपिल सिंह ने सेक्टर पी थ्री और उसके आसपास के सेक्टरों में पानी के कम दबाव की शिकायत मिलने पर नलकूपों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें सेक्टर पी-फोर स्थित पंप खराब मिला और मुख्य लाइन में लीकेज भी मिली। फर्म के पास पर्याप्त उपकरण भी नहीं थे। पी-2 में लगे नलकूप के लॉग बुक नहीं मिला।
इसलिए हुई कार्रवाई
खराब मोटर को 8 घंटे में दुरुस्त कराने की समय सीमा होती है, लेकिन समय से रिपेयर नहीं कराया गया। जिससे निवासियों को पानी की दिक्कत हुई। सेक्टर पी -5, 7 व 8 और नॉलेज पार्क टू आदि नलकूपों में खामियां मिलीं, जिसके चलते सर्वेष बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स पर और जुर्माना लगाया गया। वरिष्ठ प्रबंधक ने सेक्टर डेल्टा वन, टू व थ्री में लगे नलकूपों का भी जायजा लिया। डेल्टा टू के नलकूप पर ऑपरेटर नहीं मिला। डेल्टा थ्री के नलकूप पर लॉग बुक में एंट्री नहीं मिली, जिसके चलते एसके बिल्डर्स पर जुर्माना लगाया गया। वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने ओमीक्रॉन वन स्थित ओवरहेड टैंक परिसर का मुआयना किया।
7.15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया
परिसर में मेन रोड पर वाटर लीकेज का कार्य कराया गया। इसके लिए रोड को काट दिया गया, लीकेज ठीक करने के बाद भी उसे रिपेयर नहीं किया गया। इसके चलते आरआर कंस्ट्रक्शन पर जुर्माना लगाया गया है। इन तीनों पर 7.15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। महाप्रबंधक परियोजना ए.के. अरोड़ा का कहना है कि जलापूर्ति में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी ट्यूबवेलों का रखरखाव व संचालन सही ढंग से किया जाना चाहिए। इन ट्यूबवेलों की नियमित जांच कराई जाएगी। कमी मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।