Tricity Today | नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर मरम्मत कार्य
Greater Noida : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida- Greater Noida Expressway) पर मरम्मत कार्य काफी तेजी के साथ चल रहा है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) ने कार्य को 30 नवंबर तक पूरा कराए जाने का आदेश दिया गया है। जिसके बाद अब नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर काम करने वाले मजदूरों की संख्या बढ़ा दी गई है। एक्सप्रेसवे की मरम्मत के काम में तेजी लाने के लिए दोगुने मजदूर काम में जुट गए हैं। इसके अलावा प्राधिकरण ने धीमी गति से काम करने पर सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन पर 20 लाख का जुर्माना लगाया है।
24 किलोमीटर लंबा है एक्सप्रेसवे
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है। इसमें से 20 किलोमीटर का हिस्सा नोएडा क्षेत्र में आता है। कुछ सालों से एक्सप्रेसवे की सड़क खराब होने लगी थी। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे की री-सरफेसिंग कराने का निर्णय लिया। इस बार परंपरागत तरीके से होती आ रही री-सरफेसिंग की प्रक्रिया में बदलाव करने का निर्णय लिया। ऐसे में री-सरफेसिंग का काम हॉट इन प्लांट तकनीक पर कराने को लेकर सहमति बनी।
इसी साल शुरू हुआ कार्य
इसी साल जनवरी महीने से एक्सप्रेसवे की मरम्मत का काम शुरू किया गया था। नोएडा के 20 किलोमीटर हिस्से में नोएडा से महामाया फ्लाईओवर की ओर आने वाले रास्ते पर चारों लेन पर एक लेयर डालने का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा नोएडा से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले रास्ते पर करीब सात किलोमीटर रास्ते पर भी एक लेयर डाली जा चुकी है।
मजदूरों की संख्या दोगुना हुई
इस समय सेक्टर-105 के सामने मरम्मत का काम चल रहा है। कंपनी का प्लांट चूहडपुर गांव के पास लगा हुआ है। वहीं से निर्माण सामग्री तैयार कर एक्सप्रेसवे पर लाई जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में अभी तक करीब 30 मजदूर काम कर रहे थे। अब इनकी संख्या बढ़ाकर 60 कर दी गई है। इससे काम में तेजी आएगी।
एक बार फिर लगा जुर्माना
काम में देरी होने के कारण नोएडा प्राधिकरण ने एक्सप्रेसवे पर काम करने वाली कंपनी सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। आपको बता दें कि सीएस इंफ्रा कंस्ट्रक्शन पर इससे पहले भी करीब 2 महीने पहले काम में देरी होने पर जुर्माना लगाया गया था। जिसके कारण ही अब कंपनी ने मजदूरों की संख्या बढ़कर 60 कर दी गई है।