Tricity Today | राजपूत उत्थान सभा के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर धीरज सिंह
Greater noida : दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। गुर्जर और राजपूत समाज उन्हें अपना साबित करने पर अड़े हुए हैं। इसी कड़ी में आज परी चौक पर स्थित गुर्जर शोध संस्थान में राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति की पहली बैठक हुई। इसमें गुर्जर समाज के अनेक नेता उपस्थित रहे। इस दौरान मंच से दिए गए बयानों पर राजपूत उत्थान सभा ने विरोध जताया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर धीरज सिंह ने बताया कि यह सभा कांग्रेस, सपा और बसपा के नेताओं ने आयोजित की थी।
धीरज सिंह ने आगे कहा, ‘बैठक में गुर्जर समाज के लोगों को बरगलाने का प्रयास किया गया। समाजवादी पार्टी के नेता राजकुमार भाटी ने लोगों को भाजपा का बहिष्कार करने लिए उकसाया। सभा में उपस्थित समस्त लोगों को अपनी बात के समर्थन में हाथ उठाने के लिए कहा। इस पर अधिकतर लोग चुप्पी साधे रहे। धीरज सिंह ने बताया कि ये नेता आगामी चुनावी दौर में केवल राजनीतिक रोटियां सेकने और दोनों समाज के लोगों के बीच मधुर संबंधों में जहर घोलने का प्रयास कर रहे हैं।’
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘इतिहासकारों के पास सम्राट मिहिर भोज के प्रतिहार राजपूत कुल में जन्म होने के साक्ष्य मौजूद हैं। इसलिए महान सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर जाति से जोड़ना गलत है। राजपूत समाज शांति-सौहार्द में विश्वास रखता है। लेकिन गलत के खिलाफ आवाज उठाना भी बखूबी जानता है। इसलिए मैं समाज के उन चुनिंदा नेताओं से अपील करता हूं कि अपने राजनीतिक फायदे के चलते क्षेत्र में अशांति फैलाने का गंदा काम न करें। अन्यथा राजपूत उत्थान सभा के नेतृत्व में राजपूत समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर क्षेत्र में शांति का माहौल बनाने का काम करेंगे।’
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने का काम किया है। यह अन्य राजनीतिक दलों के विचारों के विपरीत है। इसलिए अन्य सभी दलों के नेता सीएम योगी को हटाकर फिर से भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी की जड़ जमा कर अपने-अपने स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। मेरा दोनों समाज के लोगों से अनुरोध है कि इन नेताओं के बहकावे में ना आएं।’