आंदोलन के बीच राकेश टिकैत ने कहा : जब दिल्ली में बैठे मंत्री तो क्या बिहार जाएंगे किसान? नोएडा वालों का काम है आगे बढ़ना

Tricity Today | आंदोलन के बीच राकेश टिकैत का बड़ा बयान



Noida News : किसान आंदोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है। राकेश टिकैत का कहना है कि किसान काफी परेशान है। गौतमबुद्ध नगर के किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर लड़ रहे हैं, लेकिन कोई उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। जिसकी वजह से किसान अब दिल्ली जा रहे हैं। 

इसलिए दिल्ली जाएंगे किसान
राकेश टिकट का कहना है, "दिल्ली में सरकार बैठी है। सारे मंत्री दिल्ली में बैठे हैं तो क्या सकरा (बिहार का एक जिला) में जाकर किसान अपने हक को मानेंगे। दिल्ली ही तो किसान आएंगे। किसानों का समाधान सिर्फ दिल्ली से होगा। सभी किसान संगठन एक प्लेटफॉर्म पर है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान अपनी मांगों को मांग रहे है और किसानों की मांग जायज है। पुलिस इस समय नोएडा बॉर्डर किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसान आगे बढ़ रहे है। इसके बाद 6 दिसंबर को पंजाब के किसान दिल्ली कूच करेंगे।"

नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे पंचायत शुरू
हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा होकर दलित प्रेरणा स्थल के पास पहुंच गए हैं। वहां पर अब किसानों की पंचायत शुरू हो गई है। पंचायत के बाद दिल्ली की तरफ किसान अपने कदम बढ़ा देंगे। यह उत्तर प्रदेश सरकार और तीनों प्राधिकरण को अंतिम मौका है। अगर अभी भी सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो उनको दिल्ली जाने से कोई नहीं रोक सकता। मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। करीब 5,000 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस किसी भी तरीके से इस आंदोलन को रोकना चाहती है। 

जिले के सभी अधिकारियों से गुस्सा हुए किसान
किसान अपनी कई मांगों को लेकर काफी समय से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन सरकार और तीनों प्राधिकरण के द्वारा किसानों को अनदेखा किया जा रहा है। जिसकी वजह से किसानों का अब गुस्सा फूट गया है, इससे पहले रविवार को गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी और तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ किसानों की लगभग 3 घंटे की हाईलेवल बैठक हुई। उस बैठक में कोई नतीजा निकलकर सामने नहीं आया। इसके बाद किसानों ने फैसला लिया कि आज (सोमवार) को दिल्ली कूच करेंगे और उनका कोई नहीं रोक सकता। अधिकारियों के साथ वार्ता करने के बाद किसान गुस्सा होकर यमुना प्राधिकरण से निकले थे।

बॉर्डर पर 5 हजार पुलिसकर्मी तैनात
किसान आंदोलन को देखते हुए चिल्ला बॉर्डर पर करीब 5,000 पुलिस कर्मी तैनात हैं। नोएडा पुलिस का प्रयास है कि किसी भी तरीके से किसानों के इस आंदोलन को दिल्ली कूच से रोका जाए। पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं, जो किसानों के लिए 'लोहे के गेट' से कम नहीं है। 

नोएडा एक्सप्रेसवे पर किसानों ने डाला डेरा
भारी संख्या में किसान एकत्रित होकर नोएडा महामाया फ्लाईओवर पहुंच गए हैं। किसानों ने नोएडा एक्सप्रेसवे पर अपना डेरा डाल दिया है। यहां से किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। हजारों की संख्या में किसान एकत्रित होकर दिल्ली कूच करेंगे। जहां पर अपनी बातों और मांगों को केंद्र सरकार के सामने रखा जाएगा। हालांकि, नोएडा के अलावा दिल्ली पुलिस के द्वारा किसानों को चिल्ला बॉर्डर पर रोकने का प्रयास किया जा रहा है।

वार्ता विफल के बाद किसान हुए थे नाराज
आपको बता दें कि रविवार को तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों, जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर के साथ किसानों की करीब 3 घंटे तक हाईलेवल बैठक चली थी। किसान अपनी बातों पर अडिग थे, लेकिन अधिकारियों का कहना था कि जल्द आपकी समस्या का समाधान करवाया जाएगा। जबकि किसान तत्काल अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मांग कर रहे थे। इस बीच वार्ता विफल हो गई और किसान नाराज होकर चले गए थे। नाराज होते वक्त किसानों ने कहा था कि अब दिल्ली कूच करेंगे। अब किसानों को कोई नहीं रोक सकता। उसके बाद आज सोमवार को दिल्ली की तरफ किसान कूच कर रहे हैं।

क्या हैं किसानों की मांगें?
गोरखपुर में बन रहे हाईवे के लिए 4 गुना मुआवजा दिया गया। जबकि गौतमबुद्ध नगर को चार गुना मुआवजे के लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ा है। नए कानून के लाभ जिले में लागू करने पड़ेंगे। किसानों की प्रमुख मांगों में 10 फीसदी विकसित भूखंड, हाई पावर कमेटी की सिफारिशों और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिया जाना शामिल है। ये सारे निर्णय शासन स्तर पर लिए जाने हैं।

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