मंगलवार को दिल्ली में शांतिपूर्ण किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवियों ने खूब हंगामा काटा है। किसानों ने इस गणतंत्र दिवस को काला दिन का नाम दिया था। जिसको साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां तक की मंगलवार की किसानों की ट्रैक्टर परेड ने हिंसक रूप ले लिया और आईटीओ पर ट्रैक्टर पलटने से एक युवा किसान की मौत भी हो गई। इस आंदोलन के दौरान 86 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई। प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर भी धावा बोला था।
इतना सब होने के बावजूद भी किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए कहा है कि शांतिपूर्ण आंदोलन और ट्रैक्टर परेड के लिए देश के किसानों को हार्दिक बधाई। किसानों में आक्रोश बहुत गहरा है। फिर भी उन्होंने आमतौर पर संयम का परिचय दिया है। सरकार को किसानों के आक्रोश को पहचानना होगा। सरकार को अपनी जिद छोड़कर देश हित में किसानों की मांग मान लेनी चाहिए।
राकेश टिकैत के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर घमासान मचा हुआ है। लोग राकेश टिकैत को आड़े हाथ ले रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि शांतिपूर्ण आंदोलन और ट्रैक्टर परेड के लिए देश को बधाई देने वाला नेता क्या अंधा हो गया है। पूरा देश आज विश्व में मजाक बनकर रह गया है। उपद्रवियों के कारण भारत देश का सिर पूरे विश्व में नीचे झुक चुका है। एक अन्य यूजर रोहित भगत ने लिखा है कि पहले किसान का बेटा जवान बनता था। अब उसी जबान पर ट्रैक्टर और तलवार आज का किसान चला रहा है। लोग सोशल मीडिया पर राकेश टिकैत को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।