Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण से बड़ी खबर सामने आई है। यहां के जनरल मैनेजर (परियोजना) आशीष कुमार सिंह का तबादला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में किए जाने के बाद अब उनके स्थान पर विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) राजेश कुमार को महाप्रबंधक (परियोजना) का चार्ज सौंपा गया है। इस नियुक्ति को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है, क्योंकि राजेश कुमार पर हाल ही में कियोस्क को फर्जी तरीके से फंक्शनल सर्टिफिकेट जारी करने का आरोप लगा था।
किस वजह से गाज गिरी
राजेश कुमार ने दस कियोस्क को फंक्शनल घोषित किया था, जबकि इनमें से केवल एक ही कियोस्क चालू है और बाकी की जमीन अभी भी खाली पड़ी हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने एक जांच समिति का गठन किया है। जांच की जिम्मेदारी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को सौंपी गई है जो इस मुद्दे की गहराई से समीक्षा कर रहे हैं।
कर्मचारियों में असंतोष, प्राधिकरण की छवि पर सवाल
यमुना प्राधिकरण के भीतर राजेश कुमार को महाप्रबंधक (परियोजना) का चार्ज दिए जाने पर असंतोष की लहर है। अधिकारियों का कहना है कि जिस विशेष कार्य अधिकारी के खिलाफ कियोस्क मामले में जांच चल रही है, उसे महत्वपूर्ण पद का चार्ज सौंपना प्राधिकरण की छवि को प्रभावित कर सकता है। राजेश कुमार के साथ ही अन्य अधिकारियों जैसे सहायक प्रबंधक, सलाहकार और उप महाप्रबंधक के खिलाफ भी जांच जारी है। ऐसे में अधिकारियों के बीच सवाल उठ रहे हैं कि इस स्थिति में राजेश कुमार को इतना अहम चार्ज कैसे सौंपा गया।