Greater Noida : ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक 168 किलोमीटर की यमुना एक्सप्रेसवे की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए यमुना अथॉरिटी के सीईओ ने डॉ.अरुणवीर सिंह बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक तीन थाने बनाने का प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेज दिया है। यह तीनों थाने यमुना एक्सप्रेसवे थाना कहलाएंगे। यह तीनों थाने केवव एक्सप्रेसवे की सुरक्षा के लिए काम करेंगे।
इन जगहों पर बनेंगे थाने
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक पहला थाना ग्रेटर नोएडा और जेवर के बीच बनाया जाएगा। दूसरा थाना जेवर और मथुरा के बीच खोला जाएगा। तीसरा थाना मथुरा और आगरा के बीच बनाया जाएगा। जेवर के पास नोएडा इंटर नेशनल एयरपोर्ट बन जाने के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी। रात-दिन 24 घंटे यात्रियों का एक्सप्रेसवे पर आना-जाना लगा रहेगा। इंटरनेशनल पैसेंजर्स की संख्या बढ़ेगी। ऐसे में यात्रियों को बेहतर सुरक्षा देना लाजिमी है। यात्रियों को सुरिक्षत और सुगम मिलेगा। इसके लिए कंटोल रूम भी बनाया जाएगा। थाने खोलने के लिए यमुना अथॉरिटी उत्तर प्रदेश पुलिस को जरूरत के हिसाब से वाहन उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
अभी जिला पुलिस पर सुरक्षा की जिम्मेदारी
तीनों थानों की पुलिस केवल एक्सप्रेसवे की सुरक्षा में ही तैनात रहेगी। अभी तक एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी पहले से मौजूद थानों की है। गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ, मथुरा, हाथरस और आगरा पुलिस एक्सप्रेसवे की देखभाल करती है। लेकिन इन थानों की पुलिस पर अपने शहर और गांवों में भी सुरक्षा का जिम्मा है। पुलिस एक्सप्रेसवे की सुरक्षा में इतना समय नहीं दे पाती है, जितनी जरूरत है। तीन थाने अलग से विशेष तौर पर यमुना एक्सप्रेसवे के लिए बनने से सुरक्षा चाक चौबंद हो जाएगी। यात्री रात हो दिन, खुद को सुरिक्षत मानकर सफर का आन्नद उठा सकेंगे।
ऊंचे होने वाले अफसर भी तैनात होंगे
यमुना एक्सप्रेसवे की सुरक्षा के लिए पुलिस थानों के अलावा ऊंचे ओहदे वाले अफसरों की तैनाती भी की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक डीएसपी लेवल के दो और एसपी लेवल के एक अफसर की तैनाती यमुना एक्सप्रेसवे की सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए रहेगी। यह पुलिस बल यमुना एक्सप्रेसवे पर आपराधिक गतिविधियों को रोकने के अलावा यातायात नियमों को तोड़ने वालों पर भी कार्रवाई करेगा। अभी यमुना एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा है। जिसके चलते लगातार हादसे होते हैं। खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन हादसों पर चिंता जाहिर कर चुके हैं।