गिरधरपुर Double Murder Case : एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस के ताबड़तोड़ छापे, 50 गोलियां दागने वाले पांचों भाइयों की तलाश जारी

Google Image | वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस



ग्रेटर नोएडा के गिरधरपुर गांव में सोमवार को हुए दोहरे हत्याकांड में पांच सगे भाइयों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इनकी तलाश में एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस के ताबड़तोड़ छापे मार रही है। गौतमबुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर में छापे मारे गए हैं। दूसरी ओर पुलिस जांच में पता लगा है की इन लोगों ने रायफल और पिस्टलों से 50 गोलियां वारदात के वक्त दागी थीं। किसी तरह गांव के लोगों ने छिपकर अपनी जान बचाई थी।

दोहरे हत्याकांड में मरने वालों की संख्या काफी बढ़ सकती थी, क्योंकि जिस तरह से लाईसेंसी हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, उसमें कई लोगों की जान सकती थीं। ग्रामीणों ने दीवार के पीछे छिपकर फायिंरग से जान बचाई। कई लोगों के आसपास से कई राउंड गोलियां निकल गईं। कई घंटे तक मौके पर छानबीन करने के बाद पुलिस को काफी संख्या में खाली कारतूस मिले हैं। जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि करीब 50 राउंड फायरिंग हुई है।

देवेंद्र गुर्जर प्रॉपर्टी डीलिंग में अच्छा पैसा कमा चुका है। उसके एक राइफल और एक पिस्टल लाईसेंसी हथियार थे। घटना वाले दिन लाईसेंसी हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। देवेंद्र और उसके भाईयों ने करीब 50 राउंड फायरिंग की। जिसमें अमित और सेलक की मौत हो गई। जबकि, प्रेम के जबड़े में गोली फंसी हुई है। उसका इलाज यशोदा अस्पताल में चल रहा है। चश्मदीदों की मानें तो स्कॉर्पियो और फॉर्चूनर करों में अंदर घुसकर भी फायरिंग की गई। जिसके ग्रामीणों की और से ओर किए गए पथराव से बचा जा सके। ताबड़तोड़ फायरिंग का मकसद केवल क्षेत्र में दहशत पैदा करना था। जिससे कोई भी व्यक्ति उसका सामना न कर सके।

बसपा के सिंबल पर जिला पंचायत लड़ने का इरादा था
देवेंद्र गुर्जर पर पैसे की कमी नहीं है। अब वह केवल राजनीतिक वर्चस्व हासिल करने के लिए प्रयासरत था। पिछली बार जिला पंचायत चुनाव वार्ड संख्या 2 से चुनाव लड़ने के प्रयास में था। मगर शासन ने चुनाव निरस्त कर दिया था। क्षेत्र के गांवों में उसके नाम से बसपा का प्रचार किया जा रहा है। ग्रामीणों की मानें तो आने वाले पंचायत चुनाव की फिर से तैयारी में था।

पांच मंजिल मकान में लगी है लिफ्ट
देवेंद्र का गांव में पांच मंजिला आलिशान मकान है और मकान में लिफ्ट लगी हई है। पांचों भाई एकसाथ रहते थे और क्षेत्र में काॅलोनाईजर का काम करते हैं। पुलिस ने पांचों सगे भाईयों समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। हालांकि, घटना के एक दिन बाद भी पुलिस कोई गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस आयुक्त ने इस मामले में एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और जनपद पुलिस की आठ टीमें बना दी हैं। सभी टीम जनपद और बाहर दबिश दे रही हैं।

गिरधरपुर हत्याकांड में मृतक परिवार की ओर से पांचों सगे भाई देवेंद्र गुर्जर, सतेंद्र, रविंद्र, धर्मेंद्र, जितेंद्र और लोनी के रहने वाले अमित बंसल समेत तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। योगेंद्र सिंह एसीपी (नोएडा सैंट्रल) ने बताया कि आरोपियों के शस्त्र लाईसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज दी है। हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम दबिश दे रही हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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