ग्रेटर नोएडा में मिलावटखोरी : टाटा की चाय और नमक मिला नकली, मोटे मुनाफे के लिए लोगों की जान से खिलवाड़

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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में चंद पैसों के लालच में  मिलावट कर लोगों की जान को खतरे में डालने के मामले लगातार सामने आ रहे है। ऐसा ही एक मामला दादरी थाना क्षेत्र में सामने आया है। जहां कुछ लोग नामी ब्रांड टाटा के नाम से गोरखधंधा चलाकर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए मोटा मुनाफा कमा रहे थे। पुलिस ने इस मामले एक्शन लेते हुए एक आरोपी को नकली नमक के बोरों के साथ गिरफ्तार किया है।

छापेमारी में मिला नकली नमक और पाउच
पीड़ित ने थाने में सूचना दी की दादरी में कुछ दुकानदार उनकी कंपनी के नाम से नकली नमक और चाय बेच रहे हैं। उसकी बताई सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम बनाकर नाइस पब्लिक स्कूल रेलवे रोड दादरी में स्थित हरिओम शर्मा की दुकान पर छापेमारी की। दुकान से भारी मात्रा में टाटा कंपनी के नकली नमक बरामद हुआ है। दुकान से टाटा टी प्रीमियम के नकली पाऊच भी बरामद हुआ है। आरोपी ने अब तक कई कुंतल टाटा कंपनी के नाम पर नमक और चाय को बेच चुका है। पहले भी ऐसी कई मामले कभी आटा, दाल, घी या बेसन को लेकर सामने आते रहे है।

कैसे करें नकली और असली की पहचान
मार्केट में नकली और असली टाटा नमक की पहचान कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है। असली टाटा नमक का रेपर नकली नमक के रेपर से पतला रहता है। असली नमक का पैकेट बिल्कुल सफेद रंग का होगा, जबकि नकली नमक हल्का पीला रंग में दिखेगा। इसके साथ ही असली नमक छूने में पतला और नकली नमक, असली से मोटा होगा। असली नमक की पहचान पैकेट पर दिए बार कोड से भी पता कर सकते है। वहीं असली टाटा चाय पत्ती के बारे में उन्होंने बताया कि असली टाटा चाय की पैकिंग के बाहर बीच की लाइन सिल्वर दिखेगी और नकली पैकिंग में हरे रंग की लाइन में दिखेगी। इसके अलावा असली पैकेट पर दिए टाटा कंपनी के बार कोड के जरिए भी ग्राहक पहचान कर सकते हैं।

पुलिस का बयान
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर दुकानदार को हिरासत में  लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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