Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में अवैध होर्डिंग और बैनर-पोस्टर पर नियंत्रण के लिए प्राधिकरण ने शहर को तीन जोनों में विभाजित किया है। जिसमें ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल जोन बनाए गए है। इस कार्य के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। जिसमें हर जोन के लिए एक प्रबंधक नियुक्त किया गया है। दिवाली से पहले अभियान शुरू करके अवैध यूनिपोल और पोस्टरों को चिन्हित कर उन्हें हटाया जाएगा। प्राधिकरण का लक्ष्य शहर की सफाई सुनिश्चित करना और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है।
प्राधिकरण ने किया 36 यूनिपोल का आवंटन
ग्रेटर नोएडा में बिना अनुमति के प्रचार सामग्री लगाने पर रोक है, फिर भी अवैध होर्डिंग और बैनर शहर में आसानी से देखे जा सकते हैं। ये न केवल शहर की सुंदरता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि प्राधिकरण की आय पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। हाल ही में प्राधिकरण ने 36 यूनिपोल का आवंटन किया है, जो शहर की सड़कों पर विज्ञापन के लिए वैध स्थान प्रदान करेंगे। इन यूनिपोल के माध्यम से प्राधिकरण को अगले पांच साल में लगभग 27 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है। जो शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इसके जरिए शहर में अवैध प्रचार सामग्री को समाप्त करने की योजना बनाई गई है।
प्राधिकरण को होगा आर्थिक लाभ भी
प्राधिकरण ने तीनों जोनों में अवैध होर्डिंग और पोस्टर हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी जगह अवैध सामग्री नहीं दिखनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि शहर साफ-सुथरा रहे, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएंगे। कंपनियों को विज्ञापन के लिए निर्धारित स्थान दिए जाने की योजना है, जिससे प्राधिकरण को आर्थिक लाभ भी होगा।
भविष्य में 40 और यूनिपोल का आवंटन करने की योजना
प्राधिकरण ने भविष्य में 40 और यूनिपोल का आवंटन करने की योजना बनाई है। इन यूनिपोल की लोकेशन चिन्हित कर ली गई है। अवैध और वैध यूनिपोल की पहचान के लिए पहली बार क्यूआर कोड की प्रणाली लागू की गई है। जिससे हर यूनिपोल का रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा। यह व्यवस्था किसी भी गड़बड़ी को रोकने में सहायक होगी।