ग्रेटर नोएडा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और अनशन साथ-साथ : कूड़ा निस्तारण प्लांट को लेकर विवाद गहराया, किसानों का विरोध जारी

Tricity Today | अनशन



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा कासना गांव के पास कूड़ा निस्तारण प्लांट के निर्माण को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। स्थानीय किसानों और ग्रामीणों का आरोप है कि प्लांट के लिए पहले चयनित स्थान पर पचास लाख रुपये का काम कराया गया था, लेकिन अब नई जगह पर निर्माण किया जा रहा है, जो किसानों की जमीन पर स्थित है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस जमीन के लिए किसानों ने अभी तक मुआवजा नहीं लिया है, जिससे उनका गुस्सा और बढ़ गया है।

ग्रामीणों का विरोध और पुलिस कार्रवाई
किसानों और ग्रामीणों के विरोध में अनशन का सिलसिला जारी है। अनशन स्थल पर लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमें महिलाओं की संख्या भी अधिक है। हाल ही में, इस विरोध के दौरान सविता शर्मा नामक एक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और भड़क उठा। इसके बाद अनशन स्थल पर और अधिक लोग जुटने लगे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई है।

जन्माष्टमी पर भी अनशन जारी
प्राधिकरण के अधिकारियों को उम्मीद थी कि जन्माष्टमी के मौके पर लोग अनशन स्थगित कर अपने घरों को लौट जाएंगे। लेकिन, ग्रामीणों ने कासना गांव में ही कान्हा की मूर्ति स्थापित कर भजन-कीर्तन करना शुरू कर दिया। जैसे-जैसे दिन ढलता गया, अनशन स्थल पर भीड़ बढ़ती गई। लोगों का कहना है कि प्राधिकरण ने कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर नई जगह पर प्लांट बनाने का निर्णय लिया है, जबकि पहले से चयनित स्थान पर ही निर्माण कार्य पूरा किया जाना चाहिए था।

प्राधिकरण की प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
इस बीच ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। प्लांट का निर्माण कार्य फिलहाल रुका हुआ है, और स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए पुलिस लगातार मौके पर गश्त कर रही है। हालांकि, अधिकारियों की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, वे अपना अनशन जारी रखेंगे। इस विवाद के चलते ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। ग्रामीणों की नाराजगी और उनका अनशन प्रशासन के लिए एक गंभीर स्थिति बनता जा रहा है, जिसका समाधान करना अब जरूरी हो गया है।

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