दिल्ली मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर और डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की ईस्टर्न वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर से प्रभावित किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात कर किसानों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग की है। साथ ही पिछले सात-आठ वर्षों से जिले में सर्किल रेट में वृद्धि न किए जाने पर आपत्ति जताई और इस वर्ष जिले की कृषि भूमि की सर्किल दरों में विशेष बढ़ोतरी किए जाने की मांग की है।
किसानों ने डीएफसीसी और डीएमआईसी के लिए बैनामों द्वारा जमीन लिए जाने से प्रभावित किसानों का सामाजिक प्रभाव आकलन कराए जाने तथा सक्षम अधिकारी द्वारा पारित किए जाने वाले अवॉर्ड में प्रभावित गांवों को ग्रामीण क्षेत्र मानते हुए बाजार दर का 4 गुना मुआवजा दिए जाने की मांग की है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से नियमानुसार कार्यवाही कराने का भरोसा दिया। उधर बोड़ाकी गांव में रेलवे लाइन के निर्माण के लिए नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिए बगैर किसानों के मकानों में तोड़-फोड़ किए जाने के विरोध में 36वें दिन भी धरना जारी रहा है।
कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी से वार्ता करने वालों में किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट, सपा नेता इंदर प्रधान पल्ला, राजवीर मास्टर जी, जयवीर नंबरदार, संजय नेताजी बोड़ाकी, श्यामी नंबरदार चिटहेरा, कुलदीप मास्टर जी, राजू नंबरदार पल्ला, नंबरदार इंदर भाटी, डा. उपेंद्र भाटी, संतू भाटी, विकास भाटी, कृष्णपाल पहलवान, गजराज भाटी, धर्मपाल, प्रवीण, ईश्वर भाटी, साहिल भाटी आदि मौजूद रहे।
धरना स्थल पर महिला शक्ति रामकुमारी, राजकुमारी, अतरी देवी, विद्या, कोमल, भारती, आरती, कमलेश, सुनीता देवी तथा युवा नेता कुलदीप बोड़ाकी, आनंद कुमार, अजब सिंह, अरुण भाटी चिटहेरा, राजेश कुमार, बबली, राहुल, भारत, हरिओम, यश भाटी, भोलू भाटी, रूपराम, मनीराम, विशाल, पप्पू भाटी, रामपाल, योगेश भाटी, सतवीर, तेजपाल, किरणपाल, राजपाल, बाबा महर चंद आदि लोग मौजूद रहे।