सावन की पहली बारिश ने खोली प्रशासन की पोल : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में जलभराव से हाहाकार, आने वाले दिनों में बड़ी चुनौती 

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा में जलभराव से हाहाकार



Greater Noida News : सावन का महीना शुरू होते ही दिल्ली-एनसीआर में मानसून ने दस्तक दे दी है। मंगलवार को हुई बारिश ने जहां एक ओर मौसम को सुहाना बना दिया, वहीं दूसरी ओर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए यह बारिश मुसीबत बनकर आई है। मात्र कुछ घंटों की बारिश ने इन शहरों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। सड़कों पर जलभराव से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है, और कई निचले इलाकों में पानी घरों में घुस गया है। इस स्थिति ने एक बार फिर शहर के बुनियादी ढांचे और जल निकासी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विकसित क्षेत्रों के साथ-साथ गांव में भी हाहाकार 
ग्रेटर नोएडा स्थित शिवालिक होम्स सोसाइटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सोसाइटी के चारों ओर की सड़कें पानी में डूबी हुई हैं, जिससे निवासियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। यह समस्या केवल नए विकसित क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है। नोएडा के कई पुराने गांवों में भी हल्की बूंदाबादी से ही जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। भंगेल, सालारपुर, बहलोलपुर, सूरजपुर, कुलेसरा, चिपियाना, सुत्याना, हल्दौनी जैसे गांवों में पानी का सैलाब देखने को मिल रहा है।

घरों से बाहर निकलना ही मुश्किल 
इस स्थिति ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के ड्रेनेज और सीवर सिस्टम की खराब स्थिति स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है, जिसके कारण पानी का निकास नहीं हो पा रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि हर साल यही स्थिति होती है। प्राधिकरण हर बार सुधार का वादा करता है, लेकिन हालात जस के तस बने रहते हैं। हमें अपने घरों से बाहर निकलने में भी परेशानी हो रही है।

यूपीसीडा से कई बार कर चुके शिकायत 
शिवालिक होम्स में रहने वाले देवेंद्र पाटिल ने बताया कि उनकी सोसाइटी में 300 फैमिली रहती है। बारिश होने से उनकी सोसाइटी के आसपास पानी भर जाता है। यूपीसीडा से कई बार शिकायत दे चुकें है। लेकिन सीवर का कोई प्लान नहीं है। जब भी बारिश होती है तो यहां पानी भरा रहता है। निवासियों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यूपीसीडा ने यहां का सीवर सिस्टम इंडस्ट्रियल एरिया के हिसाब से बनाया था, रेसिडेंट के हिसाब से ड्रेनेज सिस्टम ही नहीं है। 
प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती
इस बीच, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है कि वह जल्द से जल्द मौजूदा स्थिति को सुधारे और भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए जल्द ही समाधान खोजे।

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