ग्रेटर नोएडा में एनजीटी के नियमों की अनदेखी : शहर और गांवों में सफ़ाई व्यवस्था चौपट, कचरें के ढ़ेर में लगाई जा रही आग

ट्राई सिटी | कूडे के ढ़ेर में लगाई गई आग



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग में पांच सीनियर मैनेजर तैनात होते के बाद भी ग्रेटर नोएडा शहर और गांवों में सफ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। गांव और शहरों में कचरे के ढेर लगे हुए हैं और नालियों की सफ़ाई नहीं की जा रही है। हद की बात तो यह है कि कूड़े कचरे के लगे ढेर को उठाकर ले जाने और डम्पिंग ग्राउंड पर डंप करने के बजाए कूड़े के ढेर में आग लगाकर जलाया जा रहा है। जबकि NGT की ओर आग लगाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है।

कूडे के ढ़ेर में लगाई जा रही आग
ग्रेटर नोएडा के बीटा दो सेक्टरों में ओमैक्स पुलिस चौकी के पास सफ़ाई कर्मचारियों ने कूड़ा कचरा उठाने के बजाए उसमें आग लगा दी। लोगों ने किसी तरह आग को बुझाया। आग के कारण आस-पास के इलाकों में धुआं हो गया। इसके अलावा कई पेड़ भी आग की लपटों की चपेट में आ गए थे। सेक्टर बीटा टू में रहने वाले सत्येन्द्र सिंह ने इस मामले की शिकायत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से की है। उन्होंने कहा है कि ग्रेटर नोएडा शहर में सड़कों पर धूल उड़ती रहती है। साफ सफाई नहीं कराई जा रही है, जबकि करोड़ों रुपये साफ़ सफ़ाई पर ख़र्च किया जा रहा है।

नहीं चलाई जा रही मकेनिकल स्वीपिंग मशीन
शहर में मकेनिकल स्वीपिंग मशीन चलते हुए दिखाई नहीं देती। पूरे शहर में सड़कों के किनारे रेत और मिट्टी जमा है। वहां चलते हैं तो धूल उड़ती रहती है। जिससे ग्रेटर नोएडा शहर में पॉल्यूशन बढ़ता जा रहा है। शहर के लोगों में प्रदूषण के चलते तरह तरह की बीमारियां हो रही है। सड़कों के किनारे वाहनों के पीछे चलने वाले टूव्हीलर पर बैठे लोगों की आँखों में धूल जाने की समस्या से लोग परेशान है। जिससे आंखें भी ख़राब होने का भी खतरा है। रामबीर सिंह ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मुख्य कार्यपालक अधिकारी से माँग की है कि मैकेनिकल स्वीपिंग की SIT बनाकर जांच कराई जाए। जिससे कि पूरे घोटाले की पोल खोली जा सके।

कई बार की शिकायत, मगर नहीं हुई कार्रवाई
जुनपत गांव के मोहित भाटी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के सफ़ाई कर्मचारी और स्वास्थय विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते कूड़े कचरे को गांव के पास डाल जाते हैं। इसके बाद रात में कूड़े कचरे के ढेर में आग लगायी जाती है। जिससे पूरा गांव और आस पास का इलाक़ा धुआं धुआं हो जाता है। चारों तरफ़ प्रदूषण की परत जम गई है। जिलाधिकारी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। गांव के लोग और आस पास के सेक्टरों में बसे लोग इस इस कूड़े कचरे के ढेर में लगायी जा रही आग से फैल रहे धुएं से बेहद परेशान है।

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