Greater Noida/Yamuna City : जेपी बिल्डर की ओर से यमुना अथॉरिटी के अकाउंट में 100 करोड़ रुपए जमा किए गए है। इसके बाद भी जेपी पर यमुना अथॉरिटी पर करीब 900 करोड़ रुपए बकाया है। जेपी ने यमुना अथॉरिटी में 100 करोड़ रुपए जमा कराते समय अथॉरिटी के सामने बकाया चुकाने के लिए प्रपोजल दिया है कि कोविड के दौरान का लगा ब्याज माफ किया जाए, पैनल ब्याज समाप्त कर दिया जाए, किसानों को दिए जाने वाली एक्सटा मुआवजे की धनराशी ग्रुप हाउसिंग पर ली जाए, अतिरिक्त ब्याज माफ किया जाए और जमीन बेच कर योजना पूरी करने की छूट दी जाए।
900 करोड़ रुपए अभी भी बकाया
जेपी के प्रॉजेक्ट में करीब 2800 बायर्स हैं। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेपी की ओर से 100 करोड़ रुपए जमा कराने के बाद बकाया धनराशी 900 करोड़ रुपए जमा कराने से पहले प्रपोजल यमुना अथॉरिटी को सौंपा गया है। जेपी के मामले के प्रस्ताव को पहले की यमुना अथॉरिटी बोर्ड बैठक में पेश कर चुकी है। सीईओ ने बताया कि जेपी द्वारा दिए प्रपोजल को यमुना अथॉरिटी की बोर्ड बैठक में अधिकारियों के सामने रखा जाएगा। बोर्ड बैठक में ही जेपी के प्रपोजल पर अंतिम फैसला लिया जा सकेगा।