कानपुर में जिंदा जली मां-बेटी : एडीजी आलोक सिंह का बड़ा एक्शन, एसडीएम और लेखपाल समेत 40 पर एफआईआर, डीएम नेहा जैन भी रडार पर

कानपुर | 2 साल पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | ADG Alok Singh IPS



Kanpur News : उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में प्रशासनिक अधिकारियों से तंग आकर पूरे परिवार ने खुद को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में मां और बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई है। इस खौफनाक घटना में कानपुर के एडीजी आलोक सिंह ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने मुख्य आरोपी लेखपाल अशोक सिंह और एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह समेत 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। वहीं, कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन भी रडार पर हैं।

"100 सालों से रह रहे थे हमारे पूर्वज"
इस मामले में पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस को शिकायत देते हुए बताया गया कि जिस जमीन पर प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर चलाने आए थे, उस जमीन पर उनके पूर्वज बगीचा बनाकर रहते थे। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस जमीन पर करीब 100 सालों से उनका पूरा परिवार रह रहा है। पूर्वजों ने इस जमीन पर अपना पालन-पोषण किया है। 

20 साल पहले बनाया था पक्का मकान
पीड़ित परिवार ने बताया कि सोमवार को उप-जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल, कानूनगो, एसएचओ समेत करीब 40 लोगों ने उनका घर तोड़ने का प्रयास किया। हमने इसका विरोध किया। पीड़ित परिवार के द्वारा अधिकारी को बताया गया कि यहां पर पिछले 100 सालों से हमारे पूर्वज रहते थे। इस जमीन पर हमारे पूर्वजों ने बगीचा बनाया था और विकसित किया था। करीब 20 साल पहले पूरा परिवार यहां पर अपना पक्का मकान बनाकर रहने लगा था, लेकिन किसी भी अधिकारी ने एक नहीं सुनी। 

प्रमिला दिक्षित और नेहा दिक्षित की जिन्दा जलकर मौत
सोमवार को पूरी टीम पीड़ित परिवार का घर तोड़ने के लिए आई। मौके पर परिवार वालों ने इसका विरोध किया, लेकिन जब नहीं माने तो परिवार के मुखिया के साथ उसकी बीवी पर प्रमिला दिक्षित और बेटी नेहा दिक्षित ने खुद को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में दोनों मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। कानपुर के एडीजी आलोक सिंह ने इस मामले में एक्शन लेते हुए 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। आलोक सिंह का कहना है कि यह घटना काफी दर्दनाक है। पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए वह इसमें एक्शन लेंगे।

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