पिछले चार दशक से यूपी से लेकर उत्तराखंड तक की राजनीति का बड़ा चेहरा और कांग्रेस पार्टी के लिए पूरा राजनीतिक जीवन समर्पित करने वाली कांग्रेस की वरिष्ठ सदस्य, नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश का नई दिल्ली में स्थित उत्तराखंड सदन में आज निधन हो गया। उनके आकस्मिक निधन पर कांग्रेस पार्टी समेत दूसरे दलों के भी नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह अचानक उनकी तबियत खराब हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार सुबह हृदय गति रुकने से करीब 11 बजे उत्तराखंड सदन, दिल्ली में उनका निधन हो गया।
उनके जाने के साथ ही उत्तराखंड की राजनीति में एक बड़े युग की समाप्ति हो गई है। पिछले चार दशकों में उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांग्रेस को सींचा। इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को स्थापित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। यूपी कांग्रेस की प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत समेत कई बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
प्रिंयका गांधी ने उन्हें श्रद्धाजंलि देते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला। आज हमने एक जुझारू नेता, जनप्रिय प्रतिनिधि एवं अभिभावक को खो दिया। ईश्वर उनको श्रीचरणों में स्थान दें एवं इस दुख की घड़ी में परिजनों को कष्ट सहने का साहस दें।“उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा है, “इंदिरा हृदयेश जी का जाना उत्तराखंड, कांग्रेस और राजनीतिक जीवन के लिए एक बहुत बड़ी और अपूरणीय क्षति है। वो एक बहुत विदुषी महिला थीं और संसदीय विधाओं की मास्टर थीं। वो ऐसे समय में गई हैं जब कांग्रेस और उत्तराखंड को उनकी सबसे ज़्यादा जरूरत है।“
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी डॉ इंदिरा के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, “यूपी और फिर उत्तराखण्ड की राजनीति में लम्बे समय तक अति-सक्रिय व अहम् भूमिका निभाने वाली उत्तराखण्ड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश के आज निधन की खबर अति-दुःखद। उनके परिवार व समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।“