Google Image | Narendra Bhushan IAS, CEO Greater Noida
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर के आधारभूत ढांचे को व्यवस्थित करने में जुट गया है। शहर को सुधारने के लिए 13 प्रमुख कामों को कराया जा रहा है। इन कामों के जरिए अगले 2-3 साल में इस शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा। इन कामों में बेहतर यातायात, स्मार्ट विलेज, पानी-सीवर का मास्टर प्लान, ई फाइलिंग सिस्टम, कूड़ा प्रबंधन, सीवर व्यवस्था में सुधार, स्ट्रीट डॉग की रोकथाम, ऑनलाइन शिकायत व उसका निवारण, जीआईएस सर्वे आदि प्रमुख काम हैं। इनकी शुरुआत हो चुकी है। इन कामों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए आईआईटी रुड़की, राइट‘स जैसी संस्थाओं को कंसलटेंट नियुक्त किया गया है।
स्मार्ट सिटी के लिए केवल चौड़ी सड़कें और हरियाली ही प्रमुख नहीं हैं। बल्कि ढांचागत सुविधाओं को भी बेहतर करना जरूरी होता है। स्मार्ट सिटी के लोगों के काम आसानी से हो सकें। ऐसे शहर में पानी की आपूर्ति, सीवर व्यवस्था, पानी निकासी, घर बैठे शिकायतों का निपटारा भी किया जाना चाहिए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा को वास्तविक रूप से स्मार्ट सिटी बनाने के लिए काम शुरू हो गया है। उन्होंने दावा किया अगले 2-3 सालों में यह सपना साकार हो जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है। कई काम तो 50 प्रतिशत से अधिक पूरे हो चुके हैं। इसके लिए सलाहकार नियुक्त किए गए हैं। वह तुरंत समाधान और आने वाले कई वर्षों तक समाधान के उपाय बताएंगे।
परी चौक और गौर चौक का खत्म होगा जाम
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के यातायात को व्यस्थित करने के लिए सरकारी संस्था राइट‘स को सलाहकार नियुक्त किया है। सबसे पहले प्रमुख चौराहों से जाम का काम तमाम करने के लिए यह संस्था काम कर रही है। इसमें परी चौक औ गौड़ चौक प्रमुख है। यातायात प्रबंधन के साथ वह नई मेट्रो लाइन का भी सुझाव देंगे।
सीवर और पानी की लाइन का बनेगा मास्टर प्लान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पानी, सीवर और ड्रेनेज का मास्टर प्लान बनवा रहा है। यह काम आईआईटी रुड़की कर रही है। यह मास्टर प्लान स्मार्ट सिस्टम में सेंसर युक्त होगा। अभी तक प्राधिकरण के पास इन सुविधाओं का मास्टर प्लान नहीं है।
सीवर व्यवस्था सुधरेगी, रोबोट से होगी सीवर लाइन की सफाई
प्राधिकरण सुधार व्यवस्था में सुधार कर रहा है। कासना के 132 एमएलडी क्षमता के एसटीपी में सिर्फ 30 एमएलडी सीवर जाता था। अब यहां 60 एमएलडी सीवर पहुंच रहा है। अगले तीन महीने शहर की 20 साल तक के लिए सीवर समस्या का समाधान हो जाएगा। यहां पर रोबोट से सीवर लाइन की सफाई शुरू हो गई है।
स्मार्ट विलेज योजना से चमकेंगे गांव
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने अधीन आने वाले गांवों को स्मार्ट बनाएगा। पहले चरण में 14 गांवों को स्मार्ट बनाया जाएगा। चार गांवों की डीपीआर बनाई जा रही है। यह काम वेपकॉस एजेंसी को दिया गया है। स्मार्ट गांवों में शहरों जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। यहां स्कूल, कौशल विकास केंद्र, स्वास्थ्य व सामुदायिक केंद्र बनेंगे।
ईआरपी से सब कुछ हो जाएगा ऑनलाइन
ईआरपी (इंटरप्राइजेज रिसोर्स प्लानिंग) का काम टेक महिंद्रा को दिया गया है। इस योजना के तहत प्राधिकरण आपके घर आएगा। सब कुछ घर बैठे ऑनलाइन कर सकेंगे। इसमें ऑनलाइन भुगतान, अपनी प्रॉपर्टी का स्टेटस समेत तमाम चीजें शामिल हैं। यह काम पिछले साल ही शुरू हो चुका है।
जीआईएस सर्वे से घर मकान सब कुछ देख सकेंगे
एनआईसी से जीआईएस सर्वे कराया जा रहा है। यह काम 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अगले दो महीने में यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। इसमें एक क्लिक पर आप अपने भूखंड-फ्लैट की जानकारी ले सकेंगे। यह जानकारी प्राधिकरण की वेबसाइट पर मिल जाएगी। इस सर्वे के जरिये पानी की पाइप लाइन, स्ट्रीट लाइट और मैनहोल देख सकेंगे।
मित्रा एप करेगा राह आसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मित्रा एप पर भी काम कर रहा है। इसके जरिये आप ऑनलाइन शिकायत कर सकेंगे। इस एप के जरिये आप अपने मैनहोल, स्ट्रीट लाइट का खंभा, पानी की लाइन का स्थान तक ऑनलाइन देख सकेंगे। उसे साथ में अटैच करते हुए शिकायत कर सकेंगे। प्राधिकरण को समाधान में भी आसानी रहेगी।
लैंड ऑडिट कब्जा धारियों पर होगी कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपनी जमीन का ऑडिट टीला कंसलटेंट से करवा रहा है। इससे प्राधिकरण को अपनी जमीन का पता चल सकेगा। प्राधिकरण की जमीन पर हुए कब्जों का पता चल सकेगा। यह काम भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
सड़क गड्ढा मुक्त करने के लिए बनाई गई योजना
प्राधिकरण ने तीन साल के लिए एक एजेंसी को तय किया है। यह एजेंसी सड़कों के गड‘ढे भरेंगी। हर माह के दूसरे शुक्रवार को गड‘ढे भरे जाएंगे। गड‘ढों को लेकर आने वाली शिकायतों को एकत्र किया जाएगा। इसके बाद एजेंसी से गड‘ढे भरवाए जाएंगे।
कूड़ा प्रबंधन से शहर होगा और साफ सुथरा
शहर में स्मार्ट कूड़ा प्रबंधन लागू किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। अगले तीन महीने में इसे लागू कर दिया जाएगा। इसमें कूड़ा उठाने से लेकर उसके निस्तारण तक का इंतजाम किया जा रहा है। इससे प्राधिकरण और आम जन दोनों को राहत मिलेगी।
पार्क-ग्रीन बेल्ट की हालत में होगा सुधार
शहर के पार्क और ग्रीन बेल्ट को सुव्यवस्थित रखने के लिए नई कार्ययोजना बनाई गई है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। अगले तीन महीने में यह काम शुरू हो जाएगा। इससे शहर के पार्क और ग्रीन बेल्ट को ठीक किया जा सकेगा।
ई फाइलिंग सिस्टम तैयार, नहीं गुम होगी फाइल
प्राधिकरण में ई फाइलिंग सिस्टम लगभग तैयार हो गया है। इससे अब किसी फाइल के गुम होने की समस्या खत्म हो जाएगी। इसके जरिये काम समय पर हो सकेगा। इसके शुरू होने से फरियादियों को प्राधिकरण के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
स्ट्रीट डॉग पर रोकथाम के लिए बनी कार्य योजना
शहर के आवारा कुत्तों पर रोकथाम के लिए काम शुरू हो गया है। कुत्तों के स्ट्रेलाइजेशन के लिए आरडब्ल्यूए को भी जोड़ा गया है। इसमें पर केस आरडब्ल्यूए से 250 रुपये लेने का प्रावधान रखा गया है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।