नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर, अडानी ग्रुप और जीएमआर अभी दौड़ में बरकरार, ज्यूरिख इंटरनेशनल को

Tricity Today | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर



जेवर में बनने वाले एशिया के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ठेका भले ही स्विट्जरलैंड की कम्पनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को मिल गया है, लेकिन अभी दोनों भारतीय कंपनी अडानी ग्रुप और जीएमआर इस दौड़ से बाहर नहीं हुई हैं। दरअसल, जेवर एयरपोर्ट का विकास करने के लिए ज्यूरिख एजी ने सबसे बड़ी बोली लगाई है लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अब तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के साथ करार नहीं हो पाया है। सोमवार को नायल ने यह एग्रीमेंट करने की अंतिम तारीख 15 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दी है।

जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का ठेका हासिल करने वाली कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी और नायल के बीच एग्रीमेंट करने की तारीख 17 अगस्त थी। अब इसे बढ़ाकर 15 अक्टूबर कर दिया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण व्याप्त महामारी में अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद हैं। ऐसे में स्विट्जरलैंड से कंपनी अधिकारी भारत नहीं आ पा रहे हैं। 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने दूसरी बार ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ होने वाले इस करार की अंतिम तारीख बढ़ाई है। सोमवार 17 अगस्त को एग्रीमेंट करने का समय दूसरी बार बीत गया था। नायल के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि ज्यूरिख एजी ने उत्तर प्रदेश सरकार और नायल से समयावधि बढ़ाने का निवेदन किया। दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरी दुनिया में हवाई यातायात बंद है। ऐसे में स्विट्जरलैंड से ज्यूरिख एजी के अधिकारी भारत नहीं आ पा रहे हैं। कंपनी के इस निवेदन को स्वीकार करते हुए सोमवार को अनुबंध करने की अंतिम तारीख आगे बढ़ाकर 15 अक्टूबर कर दी गई है।

इस बार समयावधि बढ़ाने के लिए दो विकल्प निर्धारित किए गए हैं। पहला विकल्प 15 अक्टूबर तक कभी भी एग्रीमेंट करने का है। दूसरा विकल्प है कि 15 अक्टूबर से पहले ज्यूरिख से आने वाले अधिकारियों को भारत आने के बाद 45 दिन और क्वारंटाइन पीरियड को जोड़कर आखिरी तारीख निर्धारित की जाएगी। अब 15 अक्टूबर तक हमारे और ठेका हासिल करने वाली कंपनी के बीच अनुबंध हो जाएगा।

अडानी और जीएमआर की बिड एक्सपायरी डेट 31 मार्च 2021 तक बढ़ाई गई

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी यह दूसरी बड़ी खबर है। एशिया के सबसे बड़े इस एयरपोर्ट को बनाने का ठेका जूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी ने हासिल कर लिया है, लेकिन अभी दूसरे और तीसरे स्थान वाली कंपनियां भी दौड़ में बरकरार हैं। नायल ने सोमवार को इन दोनों कंपनियों की और से लगाई गई बोली की वैधता समाप्त होने की तारीख 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दी गई है।

नायल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के बीच 15 अगस्त तक एग्रीमेंट हो जाना चाहिए था। अब सोमवार को नायल ने यह समय सीमा बढ़ाकर 31 अक्टूबर कर दी है। इसके साथ ही अडानी समूह और दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर की बोली वैधता भी 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दी है। जेवर एयरपोर्ट के लिए दूसरे नंबर की बोली अडानी ग्रुप में लगाई थी और जीएमआर तीसरे नंबर पर थी।

नायल में कार्यरत और इस प्रोजेक्ट से जुड़े एक महत्वपूर्ण  अधिकारी ने बताया कि टेंडर की शर्तों में उल्लिखित है कि अगर पहले स्थान पर रहने वाली कंपनी ठेका प्रक्रिया पूरा नहीं कर पाई तो दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली कंपनियों को मौका दिया जाएगा। इसी कारण अभी नायल और उत्तर प्रदेश सरकार ने अडानी ग्रुप व इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर की बिड को "नल एंड वॉयड" नहीं किया है। उनकी बोली की समय सीमा बढ़ने से दोनों कंपनियां अभी जेवर एयरपोर्ट का ठेका हासिल करने की दौड़ में बरकरार हैं।

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