यमुना सिटी में बसने का सपना 5 नवम्बर को पूरा होगा, इस योजना का ड्रॉ निकालेगा यमुना प्राधिकरण

Google Image | 5 नवंबर को ड्रा का आयोजन करेगा यमुना प्राधिकरण



यमुना सिटी में बसने का सपना आने वाली 5 नवम्बर को पूरा हो जाएगा। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने लॉकडाउन के दौरान अगस्त के महीने में आवासीय योजना लॉन्च की थी। जिसमें 1078 आवासीय भूखंडों का आवंटन किया जाना है। इस योजना में करीब 5000 लोगों ने आवेदन किया था। यानी एक भूखंड के मुकाबले 5 आवेदक हैं। अब प्राधिकरण ने 5 नवंबर को इस योजना का ड्रा करने की घोषणा की है। लिहाजा, 1078 लोगों का सपना पांच नवंबर को पूरा हो जाएगा। यमुना प्राधिकरण आवासीय योजना का ड्रा 5 नवंबर को निकालेगा। योजना में 120 वर्ग मीटर से लेकर 4000 वर्ग मीटर तक के भूखंड शामिल हैं।

यमुना प्राधिकरण ने 120 वर्ग मीटर से लेकर 4 हजार वर्ग मीटर तक के भूखंडों की योजना 24 अगस्त को निकाली थी। 24 सितंबर तक आवेदन लिए गए थे। अब 5 नवंबर को ड्रा निकाला जाएगा। योजना में 120 वर्ग मीटर के 391, 162 वर्ग मीटर के 281, 200 वर्ग मीटर के 41, 300 वर्ग मीटर के 238, 500 वर्ग मीटर के 41, 1000 वर्ग मीटर के 74, 2000 वर्ग मीटर के 12 और 4000 वर्ग मीटर के 9 भूखंड हैं। 

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि योजना का ड्रा पांच नवंबर को निकाला जाएगा। यह ड्रा ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पी-3 के सामुदायिक केंद्र में 5 नवंबर की सुबह 10 बजे से निकाला जाएगा। कोविड-19 को देखते हुए ड्रा में केवल 10 प्रतिशत आवेदकों को बुलाया जाएगा। इन आवेदकों का चयन भी ड्रा से किया जाएगा। ड्रा की वीडियोग्राफी के अलावा फेसबुक पर लाइव कराया जाएगा। उसी दिन शाम को सभी सफल आवेदकों की सूची यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट पर भी प्रकाशित कर दी जाएगी।

आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने वर्ष 2008-09 में अपनी सबसे पहली आवासीय योजना लॉन्च की थी। जिसके तहत 25,000 लोगों को आवासीय भूखंडों का आवंटन किया गया था। यह आवासीय भूखंड यमुना सिटी के सेक्टर 18 और 20 में हैं। इसी आवास योजना के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने भट्टा और पारसौल गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया था। जिसे लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया था। जिसकी वजह से देश में करीब 125 साल पुराना भूमि अधिग्रहण अधिनियम भी बदला गया था। 

अब यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने वाला है। लिहाजा, पिछले एक वर्ष के दौरान प्राधिकरण ने धड़ाधड़ आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत, वाणिज्यिक और तमाम दूसरी तरह की योजनाएं लांच की हैं। जिसमें प्राधिकरण को अच्छा रुझान मिला है। इन योजनाओं की बदौलत पिछले 2 वर्षों के दौरान यमुना प्राधिकरण ने करीब 10 हजार करोड़ रुपये की आय की है।

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